दीप्तिमान तिवारी, अपूर्वा विश्वनाथ
Ram Mandir: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए गठित राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट की पहली बैठक बुधवार को हुई। इस बैठक में राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास को अध्यक्ष और वीएचपी के उपाध्यक्ष चंपत राय को महासचिव नियुक्त किया गया। प्रधानमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा अयोध्या में 66.7 एकड़ में बनने वाले मंदिर के निर्माण और प्रबंधन के लिए समिति का नेतृत्व करेंगे।
1992 में हुए बाबरी मस्जिद विध्वंस से संबंधित आपराधिक षडयंत्र के मामले में सीबीआई ने दास और राय को आरोपी बनाया था। वे जमानत पर बाहर हैं और लखनऊ की विशेष अदालत में मामले की सुनवाई चल रही है।
ट्रस्ट का कार्यालय वरिष्ठ वकील और संस्थापक ट्रस्टी के परासरन के ग्रेटर कैलाश- 1 स्थित घर में है। इस 15-सदस्यीय ट्रस्ट ने पुणे के गोविंददेव गिरि को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया और अयोध्या में भारतीय स्टेट बैंक के साथ एक बैंक खाता खोलने का फैसला किया है।
बैठक में विहिप द्वारा तैयार किए गए एक मॉडल के अनुसार मंदिर का निर्माण करने का निर्णय लिया गया। सूत्रों ने कहा कि मंदिर का निर्माण अप्रैल तक शुरू हो सकता है।
ट्रस्ट में सरकारी अधिकारियों में ज्ञानेश कुमार अतिरिक्त सचिव (कश्मीर) गृह मंत्रालय, अवनीश अवस्थी अपर मुख्य सचिव (गृह), उत्तर प्रदेश और अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज कुमार झा को शामिल किया गया है। हालांकि महंत धरम दास बिन बुलाए बैठक में पहुंच गए और कानूनी कार्रवाई की धमकी दी। इसरे बावजूद उन्हें ट्रस्ट में शामिल नहीं किया गया।
जब से सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद के लिए हिंदू पक्षों के पक्ष में फैसला सुनाया, तब से अटकलें लगाई जा रही थीं कि दास और राय को मंदिर निर्माण में भूमिका दी जाएगी। जब सरकार ने ट्रस्ट की घोषणा की, तो दोनों को शामिल नहीं किया गया था। सूत्रों ने कहा कि सरकार एक मामले में गंभीर आरोपों का सामना करने वाले व्यक्तियों को नामित करके विवाद शुरू नहीं करना चाहती थी। सूत्रों ने कहा कि निर्णय ट्रस्ट द्वारा लिया गया था।
संयोग से दास की अध्यक्षता वाले न्यास ने पहले ही राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के साथ विलय कर लिया है और अपनी सभी परिसंपत्तियों (मंदिर के लिए नक्काशीदार खंभे और अयोध्या आंदोलन के दौरान एकत्रित धन सहित) को नए ट्रस्ट में स्थानांतरित कर दिया है। सूत्रों ने कहा कि जिस दिन नया ट्रस्ट पंजीकृत किया गया था, उस दिन इस विलय की औपचारिकता पूरी कर ली गई थी।
बुधवार की बैठक के बाद चंपत राय ने कहा, “जिस प्रेरणा ने सरदार वल्लभभाई पटेल को सोमनाथ मंदिर बनाने के लिए प्रेरित किया, उसने रामजन्मभूमि को मुक्त करने के लिए हम लोगों को प्रेरित किया। हम केंद्र और यूपी सरकार को सतर्कता के साथ काम करने के लिए धन्यवाद देते हैं। पूरे देश ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को खुशी के साथ स्वीकार किया।”