Rajouri Garden (Delhi) Election/Chunav Result 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना के बीच राजौरी गार्डन सीट का फाइनल रिजल्ट आ गया है। यहां से बीजेपी के उम्मीदवार मनजिंदर सिंह सिरसा भारी मतों से चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी की महिला उम्मीदवार और मौजूदा विधायक धनवंती चंदेला को 18190 वोटों से हरा दिया है। सिरसा को कुल 64132 वोट मिले तो वहीं धनवंती को 45942 वोट मिले। कांग्रेस के धर्मपाल चंदेला तीसरे स्थान पर रहे। उन्हें 3198 वोट मिले।
यह सीट पश्चिमी दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंदर आती है। इस सीट से कांग्रेस के बड़े नेता अजय माकन विधायक रह चुके हैं। 2020 में इस सीट पर आम आदमी पार्टी ने जीत दर्ज की थी और धनवंती चंदेला विधायक बनी थीं।
2020 राजौरी गार्डन विधानसभा चुनाव परिणाम
पार्टी | प्रत्याशी | रिजल्ट/वोट प्राप्त |
आम आदमी पार्टी | धनवंती चंदेला | 45942 |
मनजिंदर सिंह सिरसा | बीजेपी | 64132 (जीत) |
धर्मपाल चंदेला | कांग्रेस | 3198 |
2020 राजौरी गार्डन विधानसभा चुनाव परिणाम
पार्टी | प्रत्याशी | कुल वोट/प्रतिशत |
आप | धनवती चंदेला | 62212 55.7% |
बीजेपी | रमेश खन्ना | 39240 35.13% |
निर्दलीय | सुखपाल सिंह | 5218 4.67% |
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में राजौरी गार्डन सीट से आप के धनवती चंदेला को 62,212 वोट मिले (जीते)। बीजेपी के रमेश खन्ना को 39,240 वोट मिले। निर्दलीय उम्मीदवार सुखपाल सिंह को 5,218 वोट मिले थे।
2015 राजौरी गार्डन उपचुनाव परिणाम
पार्टी | प्रत्याशी | कुल वोट/प्रतिशत |
आप | जरनैल सिंह | 54916 46.55% |
शिरोमणि अकाली दल | मनजिंदर सिंह सिरसा | 44880 38.04% |
कांग्रेस | मीनाक्षी चंदेला | 14167 12.01% |
2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में राजौरी गार्डन सीट पर आप को जीत मिली थी। आप के जरनैल सिंह ने शिरोमणि अकाली दल के मनजिंदर सिंह सिरसा को 10,036 वोट से हरा दिया। 2017 में जरनैल सिंह ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद हुए उपचुनाव में भाजप के टिकट पर उतरे मनजिंदर सिंह सिरसा को जीत मिली।
कैसा है राजौरी गार्डन का चुनावी इतिहास
1977 में इस सीट पर जनता पार्टी के हरभगवान अरोड़ा ने कांग्रेस के हरि सिंह 6871 वोट से हराया था। 1983 में इस सीट पर भाजपा के सुभाष आर्य ने कांग्रेस के एच.पी. मल्होत्रा को 1149 वोट से हराया था।
1993: कांग्रेस के अजय माकन को जीत
दिल्ली को विधानसभा वाला केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद 1993 में विधानसभा के चुनाव हुए। इस सीट पर कांग्रेस के अजय माकन ने भाजपा मनोहर लाल कुमार को 3551 वोट से हरा दिया।
1998: अजय माकन ने दर्ज की लगातार दूसरी जीत
1998 के चुनावों में मुकाबला फिर से कांग्रेस और भाजपा के बीच में देखने को मिला। कांग्रेस के अजय माकन ने भाजपा की शशि प्रभा आर्य को 19,297 वोट से हरा दिया था। 1998 में माकन के साथ ही दिल्ली में कांग्रेस को भी जीत मिली। कांग्रेस की शीला दीक्षित मुख्यमंत्री बनीं। राजौरी गार्डन से जीते अजय माकन दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री के संसदीय सचिव बनाए गए। 2001 में उन्हें दिल्ली सरकार में परिवहन, बिजली और पर्यटन मंत्री के तौर पर जिम्मेदारी मिली।
2003: अजय माकन ने लगाई जीत की हैट्रिक
2003 के विधानसभा चुनाव में राजौरी गार्डन सीट पर कांग्रेस के अजय माकन को एक बार फिर से जीत दर्ज की। इस जीत के साथ माकन ने राजौरी गार्डन सीट पर जीत की हैट्रिक लगाई। 2003 में कांग्रेस के अजय माकन ने भाजपा के सरबजीत सिंह को 24487 वोट से हराया था। जीत के बाद अजय माकन दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष बने। हालांकि, माकन यह कार्यकाल पूरा नहीं कर सके। 2004 के लोकसभा चुनाव में उन्हें नई दिल्ली लोकसभा सीट से जीत मिली। सांसद बनने के बाद माकन ने राजौरी गार्डन सीट छोड़ दी। इसके बाद यहां हुए उपचुनाव में कांग्रेस के रमेश लाम्बा भाजपा के रमेश खन्ना को हराकर विधानसभा पहुंचे।
2008: केवल 46 वोट के अंतर से जीती कांग्रेस
2008 में फिर से इस सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की। इस वर्ष इस सीट पर भाजपा ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था। इस चुनाव कांग्रेस के दयानंद चंदेला को बेहद कम अंतर से जीत मिली। चंदेला ने शिरोमणि अकाली दल (एम) के अवतार सिंह हिट को महज 46 वोट से हराया।
2013: शिरोमणि अकाली दल को मिली जीत
दिल्ली की राजनीति के लिए साल 2013 एक अहम कड़ी साबित हुआ। इस चुनाव में मुकाबले में कांग्रेस-भाजपा के अलावा इस बार भ्रष्टाचार आंदोलन से निकली आम आदमी पार्टी भी थी। रजौरी गार्डन विधानसभा सीट पर मुकाबला काफी दिलचस्प रहा।
इस सीट पर भी आप को जीत नहीं मिली बल्कि शिरोमणि अकाली दल के मनजिंदर सिंह सिरसा ने कांग्रेस की धनवती चंदेला को 11008 वोट से हरा दिया था। आप 17022 वोट के साथ तीसरे नंबर पर थी।
राजौरी गार्डन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के 70 दिल्ली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है. वर्तमान राजौरी गार्डन निर्वाचन क्षेत्र 2002 में गठित भारत के परिसीमन आयोग की सिफारिशों के के बाद 2008 में अस्तित्व में आया. राजौरी गार्डन 9 अन्य विधानसभा क्षेत्रों – मादीपुर, तिलक नगर, हरि नगर, नजफगढ़, जनकपुरी, विकासपुरी, द्वारका, मटियाला और उत्तम नगर के साथ पश्चिमी दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है.
राजौरी गार्डन दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में एक प्रसिद्ध बाजार और आवासीय क्षेत्र है. मेन मार्केट और नेहरू मार्केट इस क्षेत्र के प्रमुख बाजार हैं. यहां की आबादी में ज्यादातर पंजाबी समुदाय है. यहां की जनसंख्या में 1947 में भारत के विभाजन के बाद पाकिस्तान से दिल्ली आकर बसे लोगों की है. यह दिल्ली के पश्चिमी दिल्ली जिले का मुख्यालय है, जिसका डिप्टी कमिश्नर का कार्यालय शिवाजी प्लेस, राजौरी गार्डन में स्थित है.