राजस्थान सियासी संकट को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। शुक्रवार को उन्होंने कहा है कि अमित शाह हर वक्त सोचते सरकारें गिराने के बारे में सोचते रहते हैं। सीएम ने शुक्रवार को आगे कहा, चुनी हुई सरकारें अगर इस तरह से गिरने लगेंगी, तो देश में डेमोक्रेसी कहां बचेगी? पूरे देश के अंदर डेमोक्रेसी बचाने का अभियान हम चला रहे हैं। डेमोक्रेसी बचे, पार्टियां आएंगी-जाएंगी, सरकारें बनेंगी-जाएंगी, व्यक्ति आएंगे जाएंगे, परंतु डेमोक्रेसी नहीं रहेगी तो देश का क्या होगा?

बकौल सीएम, “अमित शाह जी का नाम मैं बार-बार इसलिए लेता हूं कि फोरफ्रंट पर वो ही आते हैं, कर्नाटक के लिए भी, MP के लिए भी, गोवा हो, मणिपुर हो, अरुणाचल प्रदेश हो, तो मजबूरी में कहना पड़ता है कि अमित शाह जी आपको क्या हो गया है? आप रात-दिन, जागते-सोते हर वक्त सोचते हो किस तरह मैं गवर्नमेंट को गिराऊं।”

गहलोत के मुताबिक, “हम सबकी ड्यूटी है, हर नागरिक की ड्यूटी है…ज्यूडिशियरी हो, विधायिका हो, कार्यपालिका हो या मीडिया हो, सबकी ड्यूटी है, पहला काम है कि हम डेमोक्रेसी को बचाएं। हर नागरिक का कर्त्तव्य बनता है डेमोक्रेसी को बचाने के लिए वो आगे आएं, ये मैं अपील करना चाहता हूं।”

बता दें कि सूबे में सियासी घमासान में विधायकों को तोड़ने की आशंका के बीच कांग्रेस और उसके समर्थक दल के विधायकों को शुक्रवार को राजधानी जयपुर से दूर सीमावर्ती शहर जैसलमेर भेज दिया गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ ये विधायक कुल पांच उड़ानों से जैसलमेर पहुंचे।

रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री गहलोत ने हवाई अड्डे पर कहा, ‘‘हमारे विधायक काफी दिन से यहां बैठे हुए थे, मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे थे, इसलिए हमने उन्हें नयी जगह ले जाने का सोचा। इससे उनपर दबाव कम होगा, ज्यादा दूर भी नहीं है, इसलिए हम जा रहे हैं।’’

राज्य में मौजूदा राजनीतिक रस्साकशी व उठापटक शुरू होने के बाद से गहलोत सरकार समर्थक कांग्रेस और अन्य दलों के विधायक 13 जुलाई से यहां शहर के बाहर एक होटल में रुके हुए थे। पार्टी सूत्रों के अनुसार विधायकों सहित 100 से अधिक लोग जैसलमेर पहुंचे हैं।

विधायकों के जैसलमेर स्थानांतरित होने पर सरकारी कामकाज के बारे में गहलोत ने कहा, ‘‘मैं खुद जयपुर रहूंगा, मेरे अधिकांश मंत्री जयपुर रहेंगे, आते-जाते रहेंगे। परंतु प्रशासन में हम लोग कोई समझौता नहीं करेंगे। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर मैं रोज वीडियो कॉन्फ्रेंस कर रहा हूं। रोज आदेश जारी हो रहे हैं, कानून व्यवस्था की स्थिति हमने संभाल रखी है।’’ (भाषा इनपुट्स के साथ)