Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में कांग्रेस अपनी अंदरूनी कलह से जूझ रही है, लेकिन इन सबके के बीच राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। गहलोत ने कहा कि भाजपा चुनावों को सांप्रदायिक रंग देती है, लेकिन इस बार यह काम नहीं करेगा। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि कर्नाटक में जिस तरह बीजेपी की रणनीति फेल रही और वहां कांग्रेस की धमाकेदार जीत हुई। उसी तरह बीजेपी राजस्थान में भी सफल नहीं होगी।
अशोक गहलोत ने NDTV को दिए एक इंटरव्यू में कहा, भाजपा सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील बयानों का इस्तेमाल कर जीतने की कोशिश करेगी। उन्होंने कहा कि यदि आप धर्म के बारे में बात करते रहेंगे, तो लोग आपकी ओर आकर्षित होंगे, लेकिन यह सही काम नहीं है।’ उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के शासन के बुनियादी ढांचे से उन्हें राज्य में बीजेपी के आक्रामक अभियान का सामना करने में मदद मिलेगी।
पीएम मोदी के स्वभाव में है, वो कुछ भी कर सकते: अशोक गहलोत
गहलोत ने कहा, “चाहे पीएम मोदी हों या अमित शाह…वे धर्म के नाम पर नारे लगाते हैं… इस बार इनमें से कोई भी काम नहीं करेगा। जब उन्होंने कर्नाटक में बजरंग बली का जिक्र किया तो यह काम नहीं आया। यह बहुत गलत था। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने चुनाव आयोग से मांग की थी कि पीएम मोदी को प्रचार से रोकना चाहिए। यह एक तरह का अपराध है। जब उनसे पूछा गया कि क्या राजस्थान में भी ऐसा होगा? गहलोत ने कहा कि यह उनके स्वभाव में है, वे (मोदी) कुछ भी कर सकते हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी के शासन के बुनियादी ढांचे से उन्हें इस बार राज्य में भाजपा के आक्रामक अभियान का सामना करने में मदद मिलेगी और उनकी सरकार निश्चित रूप से सत्ता में वापसी करेगी। गहलोत ने इस दौरान राज्य में लागू की गई कल्याणकारी योजनाओं का भी जिक्र किया।
हम फिर से जीतेंग: गहलोत
बता दें, पिछले चार दशकों से राजस्थान में रोटेशनल सिस्टम रहा है। एक बार बीजेपी तो एक बार कांग्रेस सत्ता में रही है। गहलोत ने कहा कि हम एक करोड़ लोगों को पेंशन दे रहे हैं। मुझे विश्वास है कि हम पिछले पांच वर्षों में अपने शासन के आधार पर जीतेंगे। हमने बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, बेटियों के कल्याण और सड़कों जैसे मुद्दों पर काम किया है।
मोदी सरकार पर हमलावर होते हुए गहलोत ने कहा कि संविधान को नष्ट किया जा रहा है, लोकतंत्र कमजोर हो रहा है, क्योंकि भाजपा सरकार ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है, जो देशहित में नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रमुख एजेंसियों को अपनी विश्वसनीयता बनाए रखनी चाहिए।
सचिन पायलट विवाद पर जानिए क्या बोले गहलोत?
वहीं अपने पूर्व डिप्टी सचिन पायलट के साथ अपने विवाद पर उन्होंने कहा कि वह अभी इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं, क्योंकि वह जो भी कहते हैं, उसे गलत समझा जा सकता है। गहलोत ने कहा कि दिल्ली में हाल ही में हमने एक-दूसरे से बात की है। वहां राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल और सुखजिंदर सिंह रंधावा भी थे। जब हम एक बार बात करने के लिए बैठे हैं तो मैं अभी इसके बारे में बात नहीं करना चाहूंगा। अगर मैं अब कुछ कहता हूं तो इसे गलत समझा जा सकता है।