कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने बयानों और सलाह के लिए अक्सर चर्चा में रहते हैं। इस बार उन्होंने नई सलाह दी और कहा कि कोरोना बीमारी से बचाव के लिए भारत को मुफ्त कोविड वैक्सीन मिलनी चाहिए। सभी नागरिकों का निशुल्क टीकाकरण होना चाहिए। अपनी बात को समझाने के लिए उन्होंने बकायदे अंग्रेजी ग्रामर का सहारा लिया और एडजेक्टिव और एडवर्ब का उदाहरण देते हुए टीकाकरण की बात कही।

सरकार ने पहली मई से 18 से 44 वर्ष के सभी नागरिकों के लिए टीकाकरण की बात कही है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो चुका है। कई राज्य सरकारों ने मुफ्त टीकाकरण का ऐलान भी किया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एडजेक्टिव और एडवर्ब का उदाहरण देते हुए कोरोना वैक्सीन फ्री में देने की बात की है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार शायद उन्हें समझ में आ जाए। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “भारत को कोविड वैक्सीन जरूर दी जानी चाहिए। सभी लोगों को फ्री में वैक्सीन का डोज मिलना चाहिए।”

कुछ समय पहले राहुल गांधी ने कहा था कि कोरोना टीका विकसित करने के लिए वैक्सीन कंपनियों को आम लोगों का पैसा दिया जा रहा है। इकसे बाद उन्होंने कहा कि अब भारत सरकार इन्हीं लोगों को टीकों के लिए दुनिया में सबसे ज्यादा कीमत चुकाने पर मजबूर कर रही है। राहुल गांधी के इस बयान और आरोप पर पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी।

पार्टी नेता गिरिराज सिंह ने कहा, “इनकी परेशानी ये है कि इनको कही से ‘कट’ नहीं मिल पा रहा है। देशी कंपनी बढ़ेगी तो विदेशी कंपनी की दलाली कैसे खायेंगे?” राहुल गांधी ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि फेल सिस्टम ने ‘मोदी मित्रों’ के लिए जनता को फेल कर दिया है।

इस बीच राहुल गांधी ने पूछा है कि अब जब महामारी अपने चरम पर है और हर तरफ लोग परेशान हैं, ऐसे में सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के निर्माण कार्य को जरूरी सेवाओं के दायरे में लाने का क्या तुक है। राहुल गांधी ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा, “सेंट्रल विस्टा जरूरी नहीं, दूरदृष्टि वाली केंद्र सरकार आवश्यक।”