कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज केंद्र सरकार से “पीआर और गैर जरूरी योजनाओं पर खर्च” के बजाय COVID-19 महामारी के बीच टीके, ऑक्सीजन और अन्य स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया। राहुल गांधी की यह टिप्पणी एक दिन बाद आई है जब उन्होंने COVID-19 महामारी के बीच सेंट्रल विस्टा परियोजना को लेकर सरकार की प्राथमिकता पर सवाल उठाया था।
राहुल गांधी ने इससे पहले COVID-19 संकट के बीच सेंट्रल विस्टा परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए सरकार की प्राथमिकता पर सवाल उठाया था। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा तब हो रहा है जब “कोई टेस्ट नहीं किए जा रहे हैं, टीके उपलब्ध नहीं हैं और देश में ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की कमी है।” राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘सद्भाव से केंद्र सरकार से अपील है कि PR व अनावश्यक प्रॉजेक्ट पर खर्च करने की बजाए वैक्सीन, ऑक्सीजन व अन्य स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान दें। आने वाले दिनों में ये संकट और भी गहरायेगा। इससे निबटने के लिए देश को तैयार करना होगा। वर्तमान दुर्दशा असहनीय है!’राहुल गांधी ने एक अन्य ट्वीट में टीकाकरण का ग्राफ शेयर करते हुए कहा, ‘झूठ बोलने वाली मशीन देश में टीकाकरण पर ध्यान दें।’
India needs #vaccine, Mr. Lying Machine! pic.twitter.com/SbUWyLMIL5
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 24, 2021
बता दें कि आज सुबह जारी किए गए सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में कोरोना के 3,46,786 नए मामले दर्ज किए गए। देश में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 1,66,10,481 तक पहुंच गई, जबकि मरने वालों की संख्या 2,624 मौतों के साथ 1,89,544 पर पहुंच गई है। इनमें से 25.52 लाख से अधिक मामले इस समय एक्टिव मामले हैं जबकि 1.38 करोड़ से अधिक लोग ठीक हुए हैं।
वहीं कोविड मामलों की भारी वृद्धि के बीच देश में मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने शनिवार को अगले तीन महीनों के लिए ऑक्सीजन और संबंधित उपकरणों के आयात पर हेल्थ सेस और कस्टम ड्यूटी माफ करने का फैसला किया है।
सरकार के एक बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में कोविड टीकों के आयात पर कस्टम ड्यूटी में तत्काल प्रभाव से छूट देने का फैसला किया गया है।

