दिल्ली पुलिस ने सोमवार सुबह कांग्रेस के राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा और शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत सहित वरिष्ठ विपक्षी सांसदों को हिरासत में ले लिया। इंडिया गठबंधन के नेताओं ने बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण के विरोध में संसद परिसर से चुनाव आयोग दफ्तर तक मार्च निकाला। राहुल गांधी ने हिरासत में लिए जाने के बाद कहा कि यह संविधान बचाने की लड़ाई है।

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, “हकीकत ये है कि वे बात नहीं कर सकते हैं। सच्चाई देश के सामने है। यह लड़ाई राजनीतिक नहीं है। यह लड़ाई संविधान बचाने की है। यह वन मैन, वन वोट की लड़ाई है। इसीलिए हमें साफ-सुथरी वोटर लिस्ट चाहिए।” वहीं प्रियंका गांधी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार डरी हुई है और यह कायर हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। खड़गे ने कहा, “अगर सरकार हमें चुनाव आयोग तक पहुंचने नहीं देती, तो हमें समझ नहीं आता उसे किस बात का डर है। इस मार्च में सभी सांसद थे, हम शांतिपूर्ण ढंग से मार्च निकाल रहे थे। हम चाहते थे कि चुनाव आयोग सभी सांसदों को बुलाता, हम मीटिंग करते और अपना-अपना पक्ष रखते, लेकिन चुनाव आयोग कह रहा है कि सिर्फ 30 मेंबर आएं। ऐसा कैसे संभव है।”

दो वोटर आईडी कार्ड मामले में विजय सिन्हा को चुनाव आयोग का नोटिस

डीसीपी महला ने क्या बताया?

नई दिल्ली के डीसीपी देवेश कुमार महला ने कहा, “चुनाव आयोग ने पत्र दिया था कि 30 सांसद उनसे मिल सकते हैं, लेकिन 200 से ज्यादा सांसद संसद से मार्च करते हुए आए। हमने उनकी सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने से बचाने के लिए उन्हें रोक दिया। बाद में उन्हें हिरासत में ले लिया गया। कुछ सांसदों ने बैरिकेड लांघने की भी कोशिश की। उन्हें भी हिरासत में लिया गया है।”

कहां से शुरू हुआ विपक्षी गठबंधन का मार्च

संसद के मकर द्वार से विपक्षी गठबंधन का मार्च शुरू हुआ। इसमें लोकसभा और राज्यसभा दोनों के सांसद शामिल थे। प्रदर्शन करने वाले सांसदों ने विशेष गहन पुनरीक्षण और वोट चोरी जैसे शब्दों वाली लाल क्रॉस सफेद टोपियां पहनी थीं और हाथों में तख्तियां और बैनर लिए हुए थे। उन्होंने आगे बढ़ने से पहले राष्ट्रगान भी गाया, लेकिन ट्रांसपोर्ट भवन में पुलिस बैरिकेड्स ने उनका रास्ता तुरंत रोक दिया। टीएमसी की महुआ मोइत्रा और सुष्मिता देव और कांग्रेस की संजना जाटव और जोथिमणि सहित कई सांसद, सपा नेता अखिलेश यादव के साथ बैरिकेड्स पर चढ़ गए और रोके जाने पर चुनाव आयोग के खिलाफ नारे लगाए। डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के पास दो वोटर आईडी कार्ड