उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के नेताओं से मुलाकात की और उन्हें प्रयागराज महाकुंभ 2025 में भाग लेने का निमंत्रण दिया। मौर्य ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी से हैदराबाद स्थित उनके आवास पर मुलाकात की और उन्हें प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित होने वाले महाकुंभ में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह भी मौजूद रहे। मौर्य ने रेड्डी से महाकुंभ के महत्व और इसके पौराणिक संदर्भों पर भी चर्चा की।

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इसके बाद, मौर्य और सिद्धार्थनाथ सिंह ने तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा से हैदराबाद स्थित राजभवन में भेंट की और उन्हें भी महाकुंभ 2025 का निमंत्रण दिया। दोनों नेताओं ने राज्यपाल से इस धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन में शामिल होने का अनुरोध किया।

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इस दौरान, मौर्य ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एन. चंद्र बाबू नायडू से भी विजयवाड़ा में मुलाकात की। नायडू को महाकुंभ के भव्य आयोजन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया। इस अवसर पर भी सिद्धार्थनाथ सिंह उनके साथ थे।

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महाकुंभ 2025 के लिए उत्तर प्रदेश सरकार व्यापक तैयारियां कर रही है। यह आयोजन केवल धार्मिक आस्था का केंद्र नहीं होगा, बल्कि भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का अद्वितीय संगम भी साबित होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में इस महाकुंभ को “दिव्य महाकुंभ”, “स्वच्छ महाकुंभ”, “सुरक्षित महाकुंभ”, और “डिजिटल महाकुंभ” के रूप में प्रस्तुत करने की योजना बनाई गई है।

महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु और पर्यटक शामिल होंगे, और उत्तर प्रदेश सरकार ने इसके लिए हर तरह की सुविधाओं और व्यवस्थाओं का खाका तैयार किया है। यह आयोजन न केवल देशभर से, बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा।