चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। जिसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि पीके कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। चारों की मुलाक़ात की आधिकारिक पुष्टि ना तो प्रशांत किशोर की तरफ़ से हुई है और ना ही गांधी परिवार की तरफ़ से हुई है।

2015 बिहार विधानसभा चुनव के बाद किशोर जनता दल यूनाइटेड (JDU) में शामिल हो गए थे। उन्हें जेडीयू का उपाध्यक्ष बनाया गया था। इस दौरान उन्होंने कई भाजपा विरोधी दलों के साथ काम किया। पीके ने आंध्र प्रदेश वाईएसआर कांग्रेस के जगन मोहन रेड्डी, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी, पंजाब में अमरिंदर सिंह की जीत और दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ काम किया है। ऐसे में उनपर कई बार सवाल उठे कि भाजपा सहयोगी पार्टी जेडीयू के साथ रहते हुए वे भाजपा के खिलाफ काम कैसे कर सकते हैं।

इस बारे में बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू चीफ नीतीश कुमार से भी कई बार सवाल पूछे गए। पीके ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NRC) और नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर भी पार्टी से अलग अपनी राय दी थी। जिसके बाद यह विवाद और बढ़ गया था। इसके बाद पीके को पार्टी छोड़नी पड़ी थी।

तब पीके ने ट्वीट किया था कि नीतीश कुमार का मुझे जेडीयू में क्यों और कैसे शामिल किया गया इसपर झूठ बोलना दिखाता है आप गिर गए हैं। मुझे अपने जैसा बनाने की ये आपकी एक नाकाम कोशिश है और आप अगर सच बोल रहे हैं तो कौन यकीन करेगा कि आप में इतनी हिम्मत है कि आप उसकी बात नहीं सुनें जिसे अमित शाह ने आपकी पार्टी में शामिल करवाया।

बता दें गांधी परिवार के साथ प्रशांत किशोर की मुलाकात पंजाब या यूपी में विधानसभा चुनाव को लेकर नहीं थी बल्कि ये माना जा रहा है कि 2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की रणनीति तैयार करने में प्रशांत किशोर अहम भूमिका निभा सकते हैं। चर्चा है कि इस बार पीके कांग्रेस के लिए सिर्फ रणनीति नहीं बनाएंगे बल्कि वह कांग्रेस का हिस्सा बन सकते हैं।

वैसे बंगाल चुनाव के बाद ही पीके ने घोषणा की थी कि अब वो चुनावी रणनीतिकार का पेशा छोड़ रहे हैं। ऐसे में किशोर अब करेंगे क्या? इस सवाल का जवाब तलाशने के क्रम में उनके सामने राजनीति में प्रवेश का विकल्प दिखता है। हालांकि, वो खुद को असफल राजनेता बता चुके हैं।

वहीं जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचन्द्र प्रसाद सिंह (आरसीपी सिंह) ने किशोर पर निशाना साधा है। आरसीपी ने कहा कि प्रशांत किशोर बहुत लोगों को पीएम बनने का सपना दिखाते रहते हैं। जहां जाते हैं वहां के नेता को पीएम की कुर्सी दिखा कहते हैं कि आप वहां पहुचने वाले हैं। बंगाल, मद्रास, तमिलनाडू में चुनाव किसी व्यक्ति ने नहीं बल्कि जनता ने जिताया। बिहार में एनडीए को जनता ने चुनाव जिताया है।