प्रशांत किशोर (पीके) जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। हालांकि इस पर फैसला सोनिया गांधी को लेना है कि पार्टी में प्रशांत किशोर का क्या रोल होगा। चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर द्वारा सुझाए गए पुनरुद्धार योजना पर काम करने के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा गठित कांग्रेस पैनल ने शुक्रवार को अपने निष्कर्षों पर एक रिपोर्ट सौंपी है।

2024 के राष्ट्रीय चुनाव के लिए प्रशांत किशोर का ब्लूप्रिंट चर्चा में है। शुक्रवार को उनके करीबी सूत्रों ने बताया कि उन्होंने 600 स्लाइड तैयार की हैं, और किसी ने भी इसे पूरी नहीं देखी है। लेकिन कई मीडिया रिपोर्ट्स में इसके बारे में बात हो रही है। अब बड़ा सवाल ये उठता है कि क्या प्रशांत किशोर ने ऐसा कोई प्लान तैयार किया है जो 2024 में मोदी को चुनौती दे सकता है? इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रशांत किशोर ने कुछ ऐसे सुझाव कांग्रेस के रिवाइवल के लिए दिए हैं।

प्रशांत किशोर ने सुझाव दिया है कि, “कांग्रेस को अपने नेतृत्व संकट को दूर करने की जरूरत है। एक गैर-गांधी परिवार अध्यक्ष बने। जबकि सोनिया गांधी यूपीए अध्यक्ष, राहुल गांधी संसदीय बोर्ड प्रमुख और प्रियंका गांधी वाड्रा महासचिव के रूप में कार्य संभाले। गठबंधन के मुद्दों को हल करने की जरूरत है। 200 सांसदों को लोकसभा में भेजने वाले ईस्ट-साउथ बेल्ट और बीजेपी के प्रभाव क्षेत्र से बाहर पर ध्यान दें।”

साथ ही पीके की ओर से सुझाव दिया गया है कि, “पार्टी को अपने पिछले आदर्शों पर लौटना चाहिए और एक लोकतांत्रिक संगठन के रूप में काम करना शुरू करना चाहिए। चाटुकारिता की भावना को नष्ट करना चाहिए और भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर बात करना चाहिए। कांग्रेस को अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को जमीनी स्तर पर लामबंद करना होगा, जो वृद्ध नेतृत्व के साथ पूरी तरह से डिस्कनेक्ट है।”

अब बड़ा सवाल ये उठता है कि क्या कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अध्यक्ष पद के लिए किसी गैर गांधी परिवार के नाम को स्वीकार करेंगे या फिर अगर स्वीकार करते हैं तो वो कौन सा नाम होगा जिसको सभी नेता सर्वसम्मति से चुने। अब देखना दिलचस्प होगा कि पीके कब पार्टी ज्वॉइन करते हैं और उन्हें क्या रोल मिलता है।