चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बीजेपी नेताओं को चुनौती दी है कि वे रिकॉर्ड पर कहें कि अगर बीजेपी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में 200 सीटें जीतने में कामयाब नहीं होती है तो वे अपना पद त्याग देंगे। इससे पहले चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा था कि बीजेपी को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में 10 सीटें भी नहीं आने वाली हैं। प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि भगवा पार्टी को चुनाव में मुश्किल से 10 से ऊपर सीटें आएंगी लेकिन पार्टी किसी भी स्थिति में 100 सीटों से नीचे ही रहेगी। अगर वे 200 सीटें जीत जाते हैं तो मैं अपना काम छोड़ दूंगा। ये दावा किशोर ने अपने आकलन के आधार पर किया है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर बीजेपी उनके बताए आंकड़े से भी अच्छा करती है तो वे फिर भी अपना काम छोड़ देंगे। बता दें कि किशोर ने 2014 में पीएम मोदी के चुनावी अभियान का प्रबंधन किया था। इसी को ध्यान में रखते हुए सीएम ममता बनर्जी ने भी अपनी किस्मत की कमान प्रशांत किशोर के हाथ में दी है। गौरतलब है कि अगले साल अप्रैल या मई में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं।
सोमवार को प्रशांत किशोर ने दावा किया थाा कि बीजेपी बंगाल में दहाई के आंकड़े को भी बड़ा मुश्किल से ही पार कर पाएगी। जिसके बाद बीजेपी के नेताओं ने किशोर को घेरना शुरू कर दिया था। किशोर ने ये बयान ऐसे वक्त में दिया है जब बीते रविवार को ही गृहमंत्री शाह ने बंगाल में विशाल रोड शो किया था। इस दौरे में शाह की मौजूदगी में एक वक्त में ममता के करीबी रहे शुवेंदु अधिकारी ने भगवा पार्टी का दामन थामा।
बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष शाह को बंगाल चुनाव में पार्टी की किस्मत में 200 से ऊपर सीटें आती दिख रही हैं। किशोर के दावे पर बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि बंगाल चुनाव के बाद देश एक चुनावी रणनीतिकार खो देगा।
वहीं बीजेपी नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा था, ‘पीके और सीके सब फीके होते हैं जब जनता खड़ी होती है। यही प्रशांत किशोर थे जो बिहार में तेजस्वी की लालटेन बुझा कर आए। अब ममता की तृणमूल भी तिनके की तरह उड़ती दिखेगी।’
