बेलूर मठ से निकलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट पहुंचे। यहां आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता कुछ बुजुर्ग पेंशनधारियों को सम्मानित भी किया। नगीना भगत और नरेश चंद्र चक्रवर्ती पोर्ट ट्रस्ट में ही काम करते थे। पीएम मोदी ने झुक कर इनका अभिवादन भी किया। कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट में एक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने इस पोर्ट ट्रस्ट का नाम बदले जाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अब यह पोर्ट डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट के नाम से जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने औद्योगिक क्रांति की नींव रखी। हिन्दुस्तान एयरक्राफ्ट फैक्ट्री, दामादोर वैली कॉरपोरेशन समेत अनेक बड़ी परियोजनाओं के विकास में डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बड़ा योगदान रहा है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पश्चिम बंगाल दौरे का आज दूसरा दिन हैं। दूसरे दिन पीएम सबसे पहले कोलकाता में हुगली नदी के तट पर स्थित बेलूर मठ में पहुंचे। यहां पीएम वैदिक मंत्रोच्चार के साथ रामकृष्ण मठ में पूजा-अर्चना में शामिल हुए। इसके बाद उन्होंने यहां आए लोगों को संबोधित भी किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता के बेलूर मठ से नागरकिता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे विरोध पर फिर अपनी बात रखी। पीएम मोदी ने कहा कि ये कानून नागरिकता लेने के लिए नहीं बल्कि देने के लिए है।
उन्होंने कहा कि ये कानून रातों-रात नहीं बनाया गया बल्कि महात्मा गांधी भी ऐसा चाहते थे। पीएम ने कहा कि इतनी स्पष्टता के बावजूद कुछ लोग इस कानून को लेकर भ्रम फैला रहे हैं। पश्चिम बंगाल के सीएम ममता बनर्जी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि जो बात यहां बैठे बच्चों को समझ में आ गई वह बात राजनीतिक खेल खेलने वालों को समझ में नहीं आती है। पीएम ने कहा कि दरअसल, वे इसे समझना ही नहीं चाहते हैं।
#WATCH West Bengal: Prime Minister Narendra Modi speaking at Belur Math,Howrah https://t.co/5cXyBCZAdW
— ANI (@ANI) January 12, 2020