लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस दौरान कहा कि विपक्ष के लोगों को एक सीक्रेट वरदान मिला हुआ है कि ये लोग जिसका बुरा चाहते हैं, उसका भला ही होता है। एक उद्धाहरण तो देखिए मौजूद है… (अपनी तरफ इशारा करते हुए) 20 साल हो गए, क्या कुछ नहीं हुआ, क्या कुछ नहीं किया गया लेकिन भला ही हुआ।

पीएम नरेंद्र मोदी ने तीन घटनाओं का उदाहरण देते हुए कहा कि विपक्ष ने बैंकों का बुरा चाहा बैंक सेक्टर ने अच्छा काम किया। बैंकिंग सेक्टर के लिए कहा कि यह डूब जाएगा… नेट प्रॉफिट दो गुना से ज्यादा हो गया। इसका उदाहरण वित्त मंत्री जी ने लोकसभा में बताया है।

‘HAL देश की आन बान शान बनकर उभरा’

HAL पर बात करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि डिफेंस के हेलीकॉप्टर बनाने वाली कंपनी एचएएल को लेकर भली बुरी बातें कहीं। एचएएल तबाह हो गया HAL तबाह हो गया है, भारत की डिफेन्स इंडस्ट्री बर्बाद हो गई है। खेतों में जाकर वीडियो शूट होता है वैसा ही एचएएल के बाहर जाकर मजदूरों का वीडियो शूट किया गया। मजदूरों से उनके परिवार को लेकर भला-बुरा कहा गया। अब एचएएल ने अपना सर्वाधिक रेवेन्यू अचीव किया है। इससे सबसे ज्यादा फायदा वहां के मजदूरों को हुआ है। अब एचएएल देश की आन बान शान बनकर उभरा है।

‘LIC अच्छा काम कर रही है’

LIC का जिक्र करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि एलआईसी के लिए कहा गया कि एलआईसी के पैसे डूब रहे हैं। आम लोगों को पैसा बर्बाद हो जाएगा। अब एलआईसी लगातार मजबूत हो रही है। जो लोग शेयर बाजार में रुचि रखते हैं तो वह जान लें कि जिस कंपनी को विपक्ष गाली दे उसपर दांव लगा दें वह कंपनी अच्छा करेगी। विपक्ष ने LIC डूबने की भ्रम फैलाई, LIC के बारे में कहा गया था कि गरीब का पैसा डूब गया है आज शेयर मार्किट में LIC अच्छा काम कर रहा है।

देश दुनिया की तीसरी टॉप अर्थव्यवस्था बनने जा रहा

पीएम ने आगे कहा कि भारत जल्द दुनिया की तीसरी टॉप अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। ऐसे में एक जिम्मेवार विपक्ष क्या करता है कि आप यह कैसे करेंगे, इसका रोडमैप बताओ। अब यह भी मुझे ही बताना पड़ रहा है या विपक्ष कोई सुझाव दे सकता था। हालांकि विपक्ष ने कहा कि कुछ करने की जरूरत नहीं है यह अपने आप होने वाला है। कांग्रेस की मानें कि अगर सब कुछ अपने आप ही होने वाला है तो उसके पास ना नीति है और ना नीयत है। 1991 में देश कंगाल होने की स्थिति में था। कांग्रेस के शासनकाल में अर्थव्यवस्था 9, 10, 11 और 12 के क्रम में झूलती रहती थी लेकिन अब टॉप 5 में जगह बना ली है।