PM Modi Sharad Pawar Meeting: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनसीपी चीफ शरद पवार के बीच सियासी तकरार काफी चर्चित है लेकिन निजी तौर पर कई बार दोनों के बीच दोस्ती का रिश्ता भी दिखा है। कुछ ऐसा ही एक बार फिर दिल्ली में हुआ, जब अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने शरद पवार को कु्र्सी में बैठने में मदद की।

न्यूज एजेंसी ANI द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में देखा गया कि पीएम मोदी ने बुजुर्ग शरद पवार के लिए न केवल कुर्सी पीछे की, बल्कि उन्हें बैठने के लिए हाथ से सहारा भी दिया। यह वीडियो सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बन गया है, और दोनों के रिश्तों को लेकर नए कयास लगाए जाने लगे हैं।

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शरद पवार ने जमकर की पीएम मोदी की तारीफ

इतना ही नहीं, दिल्ली में आयोजित अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP-SP) के वरिष्ठ नेता शरद पवार के बीच बातचीत भी हुए दोनों ही नेता अगल-बगल बैठे थे। इस दौरान शरद पवार ने न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की बल्कि यह भी बताया कि जब उन्हें इस कार्यक्रम के लिए पीएम को आमंत्रित किया, तो मोदी ने बिना किसी देरी के तुरंत स्वीकृति दे दी।

शरद पवार ने मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा दिलाने में पीएम मोदी की भूमिका को भी महत्वपूर्ण बताया और कहा कि दिल्ली और महाराष्ट्र के बीच गहरा रिश्ता है और यह केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक भी है। शरद पवार के इस बयान के नए सियासी मायने बी निकाले जाने लगे हैं।

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पीएम मोदी ने शरद पवार के लिए क्या कहा?

कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली की धरती पर मराठी भाषा के इस गौरवशाली कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। ये सम्मेलन एक भाषा और राज्य तक सीमित नहीं, इस सम्मेलन में आजादी की लड़ाई की महक है। इसमें महाराष्ट्र और राष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत है। 1878 में पहले आयोजन से लेकर अभी 147 वर्षों से ये सम्मलेन साक्षी रहा है।

पीएम मोदी ने शरद पवार का उल्लेख करते हुए कहा कि शरद जी के आमंत्रण पर आज मुझे गौरवपूर्ण परंपरा से जुड़ने का मौका मिला। मराठी भाषा अमृत से भी मीठी है। 100 वर्ष पहले एक मराठी भाषी ने RSS का बीज बोया था। मेरा सौभाग्य है कि मेरे जैसे लाखों लोगों ने देश के लिए जीने की प्रेरणा दी है और संघ के ही कारण मुझे मराठी से जुड़ने का सौभाग्य हासिल हुआ है। शरद पवार से संबंधित अन्य सभी खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।