केंद्रीय अर्धसैनिक सिपाही भर्ती परीक्षा साल 2018 पास करने वाले अभ्यर्थियों को अब तक नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया है। ऐसे में इन युवाओं के मुद्दे को उठाते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि अपने मित्रों का भविष्य विदेशों तक में सुरक्षित करने वाले प्रधानमंत्री जी ने अपने देश के युवाओं को बेरोज़गार बनने के लिए छोड़ दिया है। इन युवाओं के साथ इतना पक्षपात क्यों?

राहुल गांधी के इस वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स ने तरह-तरह के रिएक्शन दिए। प्रताप आदित्य (@PratapadityaKr1) नाम के शख्स ने लिखा, “हां दुःख है पर साथ पहुँचकर संघर्ष करने की ताकत नहीं है जितने लोग twitter पर अपनी संवेदना जता रहे वो 1 km भी उनके साथ चलें तो सरकार की हिम्मत नहीं है कि वो न सुने। नेता संघर्ष करतें है सत्य के लिए, असहाय नहीं हुआ करते।” अक्षय कुमार (@Akshay01721919) नाम के यूजर ने लिखा, “मन विचलित है, और दुखी भी। लगातार 34 दिनों से अपने हक़ की लड़ाई लड़ रहे हैं मगर तकलीफ़ हो रही इस बात की, कि इनके त्याग और संघर्षों का कोई मोल नहीं समझा जा रहा।”

राहुल गांधी का फेक वीडियो: हाल ही में राहुल गांधी से जुड़े एक वीडियो के बीजेपी के कुछ नेताओं द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर किए जाने के बाद जमकर बवाल हुआ था। पार्टी ने कहा कि यह वीडियो ‘फर्जी खबर’ के रूप में फैलाया गया है और अगर भाजपा एवं उसके नेताओं ने इसके लिए माफी नहीं मांगी, तो उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

जिसके बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था, “दुष्प्रचार और झूठ ही भाजपा-RSS की नींव है। देश को नफ़रत की आग में झोंक कर हाथ सेंकने वाली भाजपा-RSS का इतिहास पूरा हिंदुस्तान जानता है। ये देशद्रोही चाहे जितना तोड़ने का काम कर लें, कांग्रेस उससे ज़्यादा भारत जोड़ने का काम करती रहेगी।”

अब तक नहीं मिला नियुक्ति पत्र: दरअसल, केंद्रीय अर्धसैनिक सिपाही भर्ती परीक्षा साल 2018 पास करने वाले युवाओं को अभी तक नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया है। इन अभ्यर्थियों का मेडिकल भी हो चुका है, लेकिन इन्हें नियुक्ति पत्र नहीं मिला है। ऐसे में सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए युवाओं का एक दल पैदल ही नागपुर से दिल्ली के सफर पर है। उन्हें उम्मीद है कि इससे सरकार का दिल पसीजेगा और उनकी मागें पूरी हो पाएंगी। इन युवाओं के इस मुश्किल सफर का सिर्फ एक मकसद है कि सरकार इन्हें केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में नियुक्ति दे।