प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गुजरात दौरे के दूसरे दिन मारुति सुजुकी के पहले इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) ई-विटारा को हरी झंडी दिखाई है। इसके बाद पीएम ने एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “13 साल पहले जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था तो हमने मारुति सुजुकी को जमीन आवंटित की थी। तब भी हमारा विजन ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ का था।”
इससे पहले उन्होंने गुजरात में टीडीएस लिथियम-आयन बैटरी प्लांट में हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड के स्थानीय उत्पादन की शुरुआत की। यह प्लांट तोशिबा, डेंसो और सुजुकी का संयुक्त उद्यम है।
गुजरात के अहमदाबाद में पीएम मोदी ने कार्यक्रम में बोलते हुए कहा, “हम सभी जानते हैं कि ईवी इकोसिस्टम का सबसे महत्वपूर्ण भाग बैटरी है। कुछ साल पहले तक बैटरियां पूरी तरह से आयात की जाती थी। ईवी विनिर्माण को मजबूत करने के लिए भारत के लिए बैटरी का उत्पादन भी आवश्यक था। इसी दृष्टिकोण के साथ हमने 2017 में यहां टीडीएसजी बैटरी संयंत्र की आधारशिला रखी थी।”
मारुति सुजुकी ने चुनौती को किया स्वीकार
उन्होंने आगे कहा, “आज भारत की ‘मेक इन इंडिया’ यात्रा में एक नया अध्याय जुड़ रहा है। यह ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के हमारे लक्ष्य की दिशा में एक बड़ी छलांग है। आज से भारत में बने इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्यात 100 देशों में किया जाएगा। इसके साथ ही हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोलाइट निर्माण भी आज से शुरू हो रहा है। यह दिन भारत और जापान की मैत्री को भी एक नया आयाम दे रहा है। एक तरह से 13 साल किशोरावस्था की शुरुआत का प्रतीक है और किशोरावस्था पंख फैलाने का काल होता है।”
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पीएम ने कहा कि यह सपनों को उड़ान देने का काल होता है, और किशोरावस्था में ढेरों सपने पनपते हैं। मुझे खुशी है कि आज मारुति अपनी किशोरावस्था में प्रवेश कर रही है। गुजरात की मारुति अपनी किशोरावस्था में प्रवेश कर रही है, यानी आने वाले दिनों में मारुति नए पंख फैलाएगी और नए जोश और उत्साह के साथ आगे बढ़ेगी। भारत की सफलता की कहानी के बीज लगभग 13 साल पहले बोए गए थे। 2012 में जब मैं यहां का मुख्यमंत्री था, हमने हंसलपुर में मारुति सुजुकी को जमीन आवंटित की थी।’
हाइब्रिड एम्बुलेंस का मूलस्वरूप
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले साल अपनी सिंगापुर यात्रा के दौरान हमने कहा था कि हम अपनी पुरानी एम्बुलेंस को हाइब्रिड ईवी में बदल सकते हैं। मारुति सुजुकी ने इस चुनौती को स्वीकार किया और उसका एक मूलस्वरूप भी तैयार किया। मैंने अभी हाइब्रिड एम्बुलेंस का मूलरूप देखा गया। यह पीएम ई-ड्राइव योजना के साथ पूरी तरह से फिट बैठता है। लगभग 11,000 करोड़ रुपये की योजना में ई-एम्बुलेंस के लिए बजट भी आवंटित किया गया है। हाइब्रिड ईवी प्रदूषण को कम करेगा और पुराने वाहनों को बदलने के लिए समाधान प्रदान करेगा।