उत्तर पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के लिए षड्यंत्र रचने के आरोप में सोमवार को 33 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि माना जा रहा है कि वह पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का सदस्य हो सकता है। पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान त्रिलोकपुरी इलाके में रहने वाले मोहम्मद दानिश के रूप में हुई है। यह गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने की है। कथित कट्टरपंथी संगठन पीएफआई पर संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शनों के लिए धन मुहैया कराने के आरोप लगे हैं। दोपहर बाद दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने दानिश को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए बवाल और हिंसा में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का नाम आने के बाद पुलिस ने इससे जुड़े लोगों पर नजर रखना तेज कर दिया। कुछ दिन पहले पुलिस ने संगठन से जुड़े 10 लोगों को मुजफ्फरनगर, मेरठ, बहराइच, हापुड़ और शामली से गिरफ्तार किया था। इससे पहले पुलिस ने विभिन्न जिलों से संगठन के करीब 30 लोगों को गिरफ्तार किया था।

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुई हिंसा के दौरान पीएफआई पर भीड़ को भड़काने और उपद्रव करने का आरोप हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच रिपोर्ट में पीएफआई पर यूपी के कई जिलों में हिंसा के लिए मोटी रकम जुटाने का मामला भी सामने आया था। देश भर में पीएफआई के कुल 73 बैंक खातों में 120 करोड़ रुपए की धनराशि जमा होने की बात सामने आई थी। सूत्रों के मुताबिक ईडी की जांच में सामने आया था कि हिंसा फैलाने में पीएफआई का भी हाथ है।

नागरिकता संशोधन कानून लागू होने को लेकर देश के कई इलाकों में जमकर हिंसा और बवाल हुआ था। इसमें कई लोगों की जानें भी गई थीं। इस दौरान कई शहरों में कर्फ्यू भी लगाना पड़ा था। हिंसा की वजह से दिल्ली में कई दिनों तक स्कूलों और कॉलेजों को भी बंद रखा गया था। मामले में देशभर से सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था।