Parliament Security Breach: संसद सुरक्षा मामले में गिरफ्तार किए गए 5 आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट किया जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार, सिर्फ एक आरोपी ने इस टेस्ट के लिए हामी नहीं भरी है। मुख्य आरोपी ललित झा, महेश कुमावत और अमोल शिंदे पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए राजी हो गए हैं। इनके अलावा आरोपी सागर शर्मा और मनोरंजन ने पॉलीग्राफ, नार्को और ब्रेन मैंपिंग के लिए हामी भरी है। हालांकि महिला आरोपी नीलम आजाद ने टेस्ट कराने से इनकार कर दिया है।

रिपोर्ट के अनुसार, संसद सुरक्षा चूक मामले में कुछ 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इन सभी की पुलिस कस्टडी 5 जनवरी को खत्म हो गई। इसके बाद सभी आरोपियों की पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी हुई थी। कोर्ट में पॉलीग्राफ टेस्ट को लेकर सुनवाई हुई। जिसके बाद कोर्ट ने सभी आरोपियों की कस्टडी 8 दिनों के लिए बढ़ा दी। हालांकि आरोपियों के वकील ने कस्टडी बढ़ाने जाने का विरोध किया। सुनवाई के दौरान नीलम के वकील ने कहा कि सोशल मीडिया की जांच करने के लिए पुलिस हिरासत की जरूरत नहीं है। वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कुछ पासवर्ड छिपाए गए हैं। पुलिस का कहना है कि डाटा से कंफ्रंट कराने के लिए आरोपियों की कस्टडी जरूरी है। इस पर वकील ने कहा कि जिस पासवर्ड का जिक्र पुलिस कर रही है, इस बारे में कोर्ट को जानना जरूरी है।

पुलिस ने कहा पॉलीग्राफ टेस्ट कराना जरूरी

दरअसल, पुलिस ने आरोपियों की कस्टडी बढ़ाने के लिए कोर्ट में अर्जी दी थी। इतना ही नहीं, पुलिस ने नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग के लिए भी अर्जी दाखिल की थी। पुलिस ने कहा था कि आरोपियों ने अपने मोबाइल तोड़ दिए थे। उनके सिमकार्ड रिकवर कर लिए गए हैं। कुछ डाटा रिकवर भी हो चुका है। इसलिए आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट करना जरूरी है। पुलिस को लगता है कि कई ऐसी बातें है, जिनके बारे में आरोपी किसी को बता नहीं रहे हैं।

क्या होता है पॉलीग्राफ टेस्ट?

पॉलीग्राफल टेस्ट को लाई डिटेक्टर मशीन भी कहा जाता है। कानून एजेंसी और अन्य संगठन इसके जरिए यह पता लगाने की कोशिश करते हैं कि कोई शख्स सच बोल रहा या झूठ। यह मशीन किसी शख्स के शारीरिक रिस्पॉन्सेज में हो रहे बदलाव को रिकॉर्ड करती है। जिसे कैलकुलेट कर पता लगाया जाता है कि सामने वाला सवाल पूछने के दौरान शख्स सच बोल रहा है या झूठ। पॉलीग्राफ टेस्ट मशीन में कंपोनेंट होते हैं। जिन्हें मेजर करके किसी शख्स के साइकोलॉजिकल रिस्पॉन्स का पता लगाया जा सकता है।