एक प्राइवेट न्यूज चैनल के टीवी डिबेट शो में हिस्सा लेते हुए एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील अमिताभ सिन्हा को आरएसएस का एजेंट बता दिया। आज तक चैनल पर प्रयागराज में जावेद पंप के घर को बुलडोजर से गिराए जाने को लेकर डिबेट चल रही थी, शो के दौरान एंकर अंजना ओम कश्यप ने वारिस पठान से सवाल किया, पत्थर चलाना संवैधानिक, पुलिस का सर फोड़ देना संवैधानिक ये तो लोकतंत्र है विरोध होगा और उसके नाम पर पत्थरबाजी भी होगी लेकिन जब बुलडोजर चले तो ये लोकतंत्र के खिलाफ और असंवैधानिक ये कैसे चलेगा?
इस सवाल के जवाब में एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने धीमी और दबी हुई आवाज में कहा, वायलेंस मैं हर तरीके का कन्टेम्ट करता था, करता हूं और करता रहूंगा। संविधान में जो अधिकार दिया है पीसफुल प्रोटेस्ट करने का वो पीसफुल प्रोटेस्ट करना चाहिए। हालांकि इस दौरान एंकर ये भी कहते हुए नजर आती हैं कि आप जिस बुलंद आवाज में बात करते हैं वैसे बोलिए। इसके बाद वारिस पठान अचानक से अपनी वॉयस की स्पीड बढ़ाते हुए पैनल में बैठे वकील पर हमला बोल देते हैं।
सुप्रीम कोर्ट के वकील की डिग्री देखने को मांग
डिबेट शो के दौरान अचानक से पठान पैनल में बैठे सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील पर हमला बोलते हुए कहते हैं, ‘हमारे पैनल में एक वरिष्ठ वकील भी बैठे हुए हैं, जिन्हें लगता है कि वो काफी वरिष्ठ वकील हैं मुझे नहीं लगता है कि ये वकील भी हैं। मुझे इनकी डिग्री पर संदेह होता है। ये आरएसएस के एजेंट हैं इन्होंने इनसल्ट किया है तीन पूर्व सुप्रीम कोर्ट के जज का तीन पूर्व हाई कोर्ट के जज का 6 चीफ लॉयर का जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखा। मैं तो इनकी डिग्री चेक करूंगा।’
एंकर ने वारिस पठान को दिलाई अयोध्या फैसले की याद
हालांकि इस डिबेट के दौरान एंकर ने वारिस पठान से लगातार इस पर भी सवाल किया कि जब अयोध्या के फैसले आप सुप्रीम कोर्ट के फैसले से असहमत होते हैं तो आप पर कोर्ट ऑफ कन्टेम्ट नहीं बनता है? कैसी बातें करते हैं? आप जब आप अयोध्या के फैसले को चुनौती देते हैं तब कोर्ट ऑफ कन्टेम्ट नहीं होता है? आपने कोर्ट के फैसले के बाद लिखा था बाबरी मस्जिद थी और रहेगी ये बात आपने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद लिखी थी। इसके बाद भी वारिस पठान अपनी जिद पर अड़े रहे और कहा आप इन्हें कवर फायर दे दीजिए लेकिन मैं इनकी डिग्री चेक करूंगा क्योंकि इन्होंने सुप्रीम कोर्ट के जजेज का अपमान किया है। इनकी नजर में वो सब अक्लमंद नहीं है बल्कि ये सिर्फ अकेले अक्लमंद हैं।
किसी के घर पर बुलडोजर चला देना संवैधानिक नहींः पठान
वारिस पठान ने अपना हमला जारी रखते हुए सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील अमिताभ सिन्हा को सबसे बड़ा बेवकूफ तक कह दिया। हालांकि इस दौरान एंकर ने वारिस पठान से ऐसे शब्दों का उपयोग करने के लिए साफ तौर पर मना किया। आपने तीन पूर्व जजों के स्टेटमेंट नहीं सुने तीनों ने एक सुर में ये बात कही कि रविवार के दिन किसी के घर पर बुलडोजर चला देना जब वो हिरासत में हो ये पूरी तरह से गलत है। जब ये पूरी तरह से असंवैधानिक है कि ऐसा नहीं होना चाहिए तो क्यों ऐसा किया गया?
अमिताभ सिन्हा ने दिया पठान को जवाब
वारिस पठान को ये बात समझनी होगी कि जूडीशियल अरेंजमेंट के तहत हाई कोर्ट के जो जजेज होते हैं चाहे वो चीफ जस्टिस भी हों वो आगे रिटायरमेंट के बाद बतौर वकील अपनी प्रैक्टिस भी कर सकते हैं। वो सुप्रीम कोर्ट में लीगल कंसल्टेंसी कर सकते हैं और प्रैक्टिस भी कर सकते हैं क्योंकि रिटायरमेंट के बाद उनके पास जिम्मेदारियां नहीं हैं। इस बात को देखते हुए हम उनके बयान को नहीं मान रहे हैं क्योंकि वो आपके हायर किए हुए वकील भी हो सकते हैं।