लोकसभा में आज बजट सत्र के दूसरे भाग के दौरान विपक्षी सांसदों ने डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस के बढे हुए दाम को लेकर खूब हंगामा किया। विपक्षी सांसदों के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। विपक्षी सांसद लोकसभा में तेल की बढ़ी हुई कीमतों पर चर्चा की मांग कर रहे थे। लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ने यह कह कर उनकी मांगों को ख़ारिज कर दिया कि महिला सांसद आज महिलाओं के सशक्तिकरण के मुद्दे पर चर्चा करना चाहती हैं।

दरअसल सोमवार को शाम पांच के बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी दलों के सांसद महंगाई और तेल की बढ़ी हुई कीमतों के मुद्दे पर नारेबाजी करने लगे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने नारेबाजी कर रहे सांसदों से नारेबाजी बंद करने और अपनी सीट पर बैठने का आग्रह किया। इसके बावजूद विपक्षी सांसद तेल की बढ़ी हुई कीमतों पर चर्चा करने की मांग करने लगे। लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सांसदों की इस मांग को नकार दिया।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि आज महिला दिवस है। इसलिए महिला सदस्य ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा करना चाहती है। आज का दिन महिलाओं को समर्पित होगा। इसलिए हम चाहते हैं कि आसन महिलाओं को समर्पित हो ताकि महिला सांसद महिलाओं के सशक्तिकरण के मुद्दे पर चर्चा कर सके। लोकसभा अध्यक्ष की बात का समर्थन करते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि आपने अच्छा निर्णय लिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं सभी दलों की महिला सांसदों से आज की चर्चा में भाग लेने का आग्रह करता हूं।

लोकसभा में विपक्षी दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण पर चर्चा करने के साथ ही महिला आरक्षण विधेयक भी पारित किया जाए। आगे उन्होंने कहा कि इसके अलावा महंगाई और तेल की बढ़ी हुई कीमतों पर भी चर्चा की जाए। हालांकि तेल की बढ़ी हुई कीमतों पर कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के सांसद आमने सामने हो गए। अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस सरकार पेट्रोल- डीजल पर ज्यादा कर लगा रही है। इसलिए कांग्रेस सांसदों को पंजाब के बारे में भी बोलना चाहिए।

बता दें कि देश में पेट्रोल के दाम 100 रुपये के पार हो चुके हैं। वहीं डीजल भी 80 रुपये के आसपास बिक रहा है। इतना ही नहीं सरकार सिर्फ 25 दिनों के अंदर गैस सिलिंडर के दाम 122 रुपये तक बढ़ा चुकी है।