महाराष्ट्र के राजनीतिक घमासान के बाद 13-14 जुलाई को बेंगलुरू में होने वाली विपक्ष की बैठक टल गयी है। माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में हुए राजनीतिक घटनाक्रम की वजह से इस बैठक को टाला गया है। अब विपक्षी दलों की बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में होने वाली है। पटना में आयोजित बैठक में मौजूद सभी राजनीतिक दलों को कांग्रेस की ओर से आमंत्रित किया जा रहा है।
इससे पहले भी विपक्षी दलों की बैठक 10 जुलाई को शिमला में होने वाली थी, जिसे टाल दिया गया था। जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा है कि बैठक फिलहाल रद्द कर दी गई है। नई तारीख का ऐलान बाद में किया जाएगा। कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र में सियासी उठापटक को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। RJD सांसद मनोज झा ने कहा कि विपक्ष की अगली बैठक या तो विलंबित हो सकती है या 2-4 दिन आगे बढ़ सकती है। अभी ऐसी कोई अस्थायी तारीख नहीं है लेकिन संभवतः बैठक मानसून सत्र शुरू होने से पहले होगी।
शरद पवार स्थिति को अच्छी तरह संभालने के काबिल- कांग्रेस महासचिव
विपक्ष की बैठक पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हम जल्द ही तारीख घोषित करेंगे। हम सभी राजनीतिक दलों से बात कर रहे हैं और तारीख की घोषणा बिना किसी देरी के की जाएगी। मॉनसून सत्र शुरू होने से पहले बैठक जरूर होगी। महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति पर कांग्रेस महासचिव ने कहा कि ये विपक्ष की एकता को प्रभावित नहीं कर सकता है। ये NCP का आंतरिक मामला है। मुझे पूरा भरोसा है कि शरद पवार इस स्थिति को अच्छी तरह से संभालने के काबिल हैं।
केसी वेणुगोपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हाल ही में NCP पर भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप लगाया था और अब हमने यह नाटक देखा। यह स्पष्ट रूप से ईडी और उनकी एजेंसियों का प्रायोजित खेल है। इसका महाविकास अघाड़ी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हम भाजपा के खिलाफ और मजबूती से लड़ेंगे।
संसद के मानसून सत्र के बाद बैठक होने की संभावना
माना यह भी जा रहा है कि बिहार विधानसभा और कर्नाटक विधानसभा के मॉनसून सत्र के कारण विपक्षी दलों की इस बैठक को टाल दिया गया है। बिहार विधानसभा का मानसून सत्र 10 से 24 जुलाई 2023 तक चलेगा। सूत्रों के मुताबिक जेडीयू ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष से बैठक स्थगित करने का अनुरोध किया था क्योंकि सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव विधानसभा सत्र में व्यस्त रहेंगे।
पटना में हुई थी विपक्षी दलों की बैठक
इससे पहले 23 जून 2023 को पटना में 15 विपक्षी दलों की बैठक हुई थी। जिसमें ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, एमके स्टालिन समेत 6 राज्यों के सीएम और अखिलेश यादव, उद्धव ठाकरे, महबूबा मुफ्ती समेत 5 राज्यों के पूर्व सीएम शामिल हुए थे। राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी बैठक में मौजूद रहे थे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी पटना में बैठक में हिस्सा लिया था।