लोकसभा चुनाव-2024 में भाजपा का मुकाबला करने उतरे 26 विपक्षी दलों ने अपनी एकता को ‘इंडिया’ नाम दिया है। यह फैसला बीते दिन मंगलवार को बेंगलुरु में हुआ। बैठक से पहले अंदाज़ा लगाया गया था कि पटना के बाद अब बेंगलुरु में विपक्षी दल सीट बंटवारे के मुद्दे पर कुछ फैसला ले ही लेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
बैठक में मौजूद दलों ने एक समय में एक कदम उठाने का फैसला किया और राज्य-दर-राज्य आधार पर सीट-बंटवारे पर फैसले की चर्चा को स्थगित कर दिया। इसके अलावा चर्चा फ्रंट के संयोजक का नाम तय करने को लेकर भी होनी थी लेकिन इस फैसले को भी अगले महीने मुंबई में होने वाली अगली बैठक के लिए टाल दिया गया। हालांकि इन सवालों को पहले से भांप कर विपक्षी दलों ने बैठक को एक सामूहिक संकल्प के साथ खत्म किया और अगले महीने की बैठक का ऐलान भी कर दिया।
UCC पर फिलहाल कोई चर्चा नहीं
बेंगलुरु में मौजूद इन विपक्षी दलों ने यूनिफ़ोर्म सिविल कोड (UCC) जैसे मुद्दों पर खामोशी रखी, हालांकि सयुंक्त बयान में कहा गया कि हम अल्पसंख्यकों के खिलाफ पैदा की जा रही नफरत और हिंसा को हराने के लिए एक साथ आए हैं। महिलाओं, दलितों, आदिवासियों और कश्मीरी पंडितों के खिलाफ बढ़ते अपराधों को रोका जाए इसलिए साथ आए हैं। सभी सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक रूप से पिछड़े समुदायों के लिए निष्पक्ष सुनवाई की मांग करने के लिए साथ आए हैं।
‘भाजपा ने नफरत फैलाई, हम उसे हराएंगे’
विपक्षी दलों की बैठक में भाजपा के शासन पर काफी प्रहार किए गए। विपक्षी दलों ने एक सुर में कहा कि भाजपा की तयशुदा साजिश से लड़ने का संकल्प लेने के लिए हम जमा हुए हैं।
विपक्षी दलों ने भाजपा पर संविधान की प्रस्तावना पर हमला करने का आरोप भी लगाया, विपक्षी दलों ने कहा कि भाजपा के नफरत के जहरीले अभियान ने देश में बेहद खराब माहौल बना दिया है इसीलिए हम एकजुट हुए हैं। मणिपुर को लेकर इस बैठक में एक बार फिर पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया गया।