पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इंडियन एक्सप्रेस के आइडिया एक्सचेंज कार्यक्रम के दौरान 2017 के घोषणापत्र के वादों को पूरा करने के साथ ही अपनी नई पार्टी को लेकर योजनाओं के बारे में भी बात की। इसके अलावा, एक बार फिर उन्होंने पंजाब की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंताओं को भी जाहिर किया। वहीं, इस कार्यक्रम के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस बात का खुलासा किया कि सोनिया गांधी ने पहले उनके इस्तीफे की पेशकश को ठुकरा दिया था लेकिन कुछ दिनों बाद ही फोन कर कहा कि मैं इस्तीफा दे दूं।

इंडियन एक्सप्रेस के आइडिया एक्सचेंज कार्यक्रम के दौरान अमरिंदर सिंह से पूछा गया, ‘जब आपने पंजाब के सीएम पद से इस्तीफा दिया और संकेत दिया कि कांग्रेस से अलग होकर आप एक नई पार्टी बनाएंगे, तो क्या सोनिया गांधी ने आपसे बात की, या फिर राहुल गांधी या प्रियंका ने आपसे संपर्क किया?’ इसका जवाब देते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा, ”मेरे इस्तीफे की पेशकश से तीन या चार हफ्ते पहले सोनिया गांधी ने मुझसे बात की थी। मैंने उनसे कहा कि मैं अब ये जिम्मेदारी नहीं उठा सकता। उन्होंने मुझसे पूछा क्यों? इसपर मैंने कहा क्योंकि नवजोत सिंह सिद्धू और मैं अलग-अलग चल रहे हैं। मेरे ये कहने पर सोनिया गांधी ने  मुझे इस्तीफा ना देने को कहा था।”

अमरिंदर सिंह ने आगे कहा, ”एक सुबह, उन्होंने (सोनिया गांधी) मुझे फोन किया और कहा कि मैं इस्तीफा दे दूं। इस पर मैंने कहा कि मैंने तो आपको अपना इस्तीफा देने की पेशकश की थी, जिसके जवाब में उन्होंने केवल आई एम सॉरी कहा।”

कैप्टन अमरिंदर ने कहा, ”उनको लगता है कि मेरी रिटायर होने की उम्र हो गई है जबकि मुझे ऐसा नहीं लगता है। मेरे अंदर अभी बहुत कुछ बाकी है, मैं लड़ूंगा और अपने राज्य पंजाब के लिए लड़ूंगा। मैं देश विरोधी तत्वों से भी लड़ूंगा।’ 

पंजाब के पूर्व सीएम ने सीमा पार से आतंकवाद को बढ़ावा दिए जाने और देश में अशांति फैलाने के इरादे से गोला-बारूद भारत में भेजे जाने का जिक्र करते हुए कहा, ‘ उन हथियारों को देखिए जो आ रहे हैं, ड्रोन, बम… इनका उद्देश्य क्या है? पाकिस्तान की मंशा क्या है?’ ऑपरेशन ब्लू स्टार और आतंकवादी गतिविधियों के बाद, 35,000 पंजाबियों की जान हो गई। मैं नहीं चाहता कि किसी और पंजाबी की जान जाए।’