Omicron subvariant BF.7: कोरोना वायरस के वैरिएंट ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BF.7 के चार मामले (Omicron Subvariant BF.7) अब तक भारत में पाए गए हैं। गुजरात से इसके दो मामले सामने आए हैं। वहीं ओडिशा से एक मामला सामने आया है। इस सब-वैरिएंट की वजह से ही चीन में कोविड मामलों में विस्फोट हो रहा है। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार (21 दिसंबर, 2022) को इसकी सूचना दी है।

गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र द्वारा अक्टूबर में भारत में BF.7 के पहले मामले का पता चला था। उन्होंने कहा कि अब तक गुजरात से दो मामले सामने आए हैं, जबकि ओडिशा से एक मामला सामने आया है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोविड-19 स्थिति के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा के लिए कल (गुरुवार) एक आपात बैठक बुलाई है। बैठक में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कोविड समीक्षा बैठक में विशेषज्ञों ने कहा कि हालांकि अभी तक कोविड मामलों की संख्या में वृद्धि नहीं हुई है, मौजूदा और उभरते वेरिएंट पर नजर रखने के लिए निरंतर निगरानी की आवश्यकता है। बैठक में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल, कोविड-19 वर्किंग ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. एन.के. अरोड़ा, आईसीएमआर के डीजी डॉ. राजीव बहल, जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव डॉ. राजेश गोखले और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के DGHS डॉ. अतुल गोयल शामिल हुए। केंद्र ने राज्यों को वैरिएंट को ट्रैक करने के लिए COVID पॉजिटिव सैंपल्स की जीनोम सीक्वेंसिंग करने का निर्देश दिया है।

एक आधिकारिक सूत्र ने कहा कि चीन में BF.7 के कारण जिस तरह कोरोना के मामले बढ़े हैं। उसके पीछे पिछली लहर में चीन के लोगों में मजबूत इम्यूनिटी का नहीं बनना और संभवतः कमजोर टीकाकरण भी एक कारण हो सकता है।

BF.7 ओमिक्रॉन वैरिएंट BA.5 का एक सबवैरिएंट है। इसकी सबसे मजबूत संक्रमण क्षमता है, क्योंकि यह अत्यधिक संचरित होता है, इसकी ऊष्मायन अवधि कम होती है, और इसमें पुन: संक्रमण पैदा करने या उन लोगों को भी संक्रमित करने की उच्च क्षमता होती है, जिन्हें टीका लगाया जाता है। यह अमेरिका, ब्रिटेन और बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस और डेनमार्क जैसे यूरोपीय देशों सहित कई देशों में पाया जा चुका है। चीन में कोविड की स्थिति से साफ है कि BF.7 वहां के लोगों में तेजी से फैल रहा है। 2020 में अस्तित्व में आने के बाद से कोविड पैदा करने वाला कोरोनावायरस कई रूपों में बदल गया है।