किसान नेता दर्शन पाल और राकेश टिकैत, जो कि पिछले चार महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर कृषि आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं, सोमवार को बेंगलुरू शहर में ‘विधानसभा चलो रैली’ का नेतृत्व करेंगे। इस रैली में 10,000 से अधिक किसानों और श्रमिकों के भाग लेने की उम्मीद है। ये रैली सिटी रेलवे स्टेशन से शुरू होगी और फ्रीडम पार्क में खत्म होगी। इस रैली को राज्य में होने वाले उपचुनाव में बीजेपी को नुकसान पहुंचाने के तौर पर भी देखा जा रहा है।
किसान नेता राकेश टिकैत ने आज ट्वीट किया, ‘किसानों के संघर्ष का सागर और इसमें मिलती हजारों नदियां, कर्नाटक में किसानों का जोश उत्साहवर्धक है।’ बता दें कि कर्नाटक उन राज्यों में से एक रहा है, जहां किसानों और मजदूर यूनियन केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लाए गए कृषि और श्रम कानून के खिलाफ काफी भीड़ जुटाने में कामयाब रहे हैं। संयुक्त मोर्चा, जो कि कर्नाटक के किसानों, मजदूरों और दलित संगठनों का गठबंधन है, के संयोजक जी.सी. बैयारेड्डी ने कहा, ‘केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के ऊपर, राज्य सरकार ने कर्नाटक भूमि सुधार अधिनियम में भी संशोधन किया है, जो कि कृषि क्षेत्र में कॉर्पोरेट्स का रेड कारपेट से स्वागत करता है।’
डॉ पाल और टिकैत शनिवार से शुरू होने वाले राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। ये नेता शिवमोग्गा में एक किसान महापंचायत को संबोधित करेंगे। किसान आंदोलन के लिए समर्थन जुटाने के लिए देश भर में चल रहे अभियान के तहत ये नेता यहां पहुंचे हैं।
किसानों के संघर्ष का सागर और इसमें मिलती हजारो नदिया
कर्नाटक में किसानों का जोश उत्साहवर्धक है।#FarmersProstests @AHindinews @PTI_News @HansrajMeena @sakshijoshii @ajitanjum @Devinder_Sharma @Kisanektamorcha @abhisar_sharma pic.twitter.com/PN4Lez4YRh— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) March 20, 2021
दिल्ली में आंदोलन की अगुवाई करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा ने 26 मार्च को भारत बंद का आह्वान किया है। इस दिन दिल्ली की सीमा पर आंदोलन को चार महीने पूरे होंगे। संयुक्त मोर्चा – कर्नाटक, ने कहा कि वे राष्ट्रीय आह्वान के समर्थन में कर्नाटक बंद का आह्वान करते हैं और अंतिम निर्णय सोमवार को लिया जाएगा।
इससे पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने ओडिशा की अपनी पहली यात्रा में, कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग दोहराई और कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कोई समझौता नहीं होगा।
राकेश टिकैत ने शुक्रवार को ओडिशा के भुवनेश्वर से 50 किलोमीटर दूर चंडिकहोल में एक महापंचायत को संबोधित किया और लोगों से केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का समर्थन करने का आग्रह किया।