गृह मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता अमित शाह ने कहा कि शिवसेना कहती है कि अमित शाह ने बंद कमरे में वादा किया था। ”मैं कभी बंद कमरे में वादा नहीं करता। सब खुलेआम करता हूं। बंद कमरे की राजनीति नहीं करता हूँ। जनता के बीच खुलकर कहता हूँ।” शाह ने कहा कि शिवसेना मोदी जी का फोटो लगाकर प्रचार करती थी। जब कहा था कि फडणवीस सीएम होंगे तब आपने क्यों नहीं बोला? कोई वादा नहीं हुआ था। बालासाहब के विचारों को छोड़ शिवसेना सत्ता में बैठी है।

इस पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि सौदेबाजी, बंद कमरा फिजूल की बाते हैं, जब ये बात हुई थीं तब अमित शाह देश के गृह मंत्री नहीं थे पार्टी के अध्यक्ष थे। जिस बंद कमरे की बात अमित शाह कर रहे हैं वे हमारे लिए बंद कमरा नहीं है। वो हमारे लिए मंदिर है, श्रद्धा की जगह है। जिस तरह के हिंदुत्व को हम मानते हैं उसमें मंदिर में जाकर झूठ नहीं बोला जाता है।

राउत ने कहा कि उसी कमरे में कई साल पहले बालासाहब ने भारतीय जनता पार्टी को भी आशीर्वाद दिया था। उसी बंद कमरे से बड़े बड़े लोग हिंदुत्व के लिए आशीर्वाद लेकर गए। उस बंद कमरे में जो भी बातें हुई हैं उससे बीजेपी, मोदी, शाह सबको फायदा हुआ है। ये सबको मालूम है। उद्धव ठाकर सत्ता के लिए झूठ बोलने वाले लोगों में से नहीं हैं। सत्ता के लिए शिवसेना ने कभी लाचारी नहीं की है।

राउत ने कहा कि बंद कमरे में बात होने के बाद देंवेंद्र फडणवीस ने जो कहा था वह देश के गृह मंत्री को सुनना चाहिए। बंद कमरे में उद्धव जी और अमित शाह जी थे। जहां तय हुआ था कि पावर शेयरिंग आधी आधी होगी। पावर शेयरिंग में मुख्यमंत्री का पद भी आता है। तमाम हथकंडे आजमाने के बाद भी बीजेपी राज्य में अपनी सरकार नहीं बना सकी। ये बीजेपी का दर्द है।

संजय राउत ने कहा कि देश के बड़े नेता महाराष्ट्र में आकर पुरानी बातें याद करते हैं तो ये यादों की बारात आगे भी चलने दो। मैं शुभकामनाएं देता हूं आप महाराष्ट्र में आकर इस तरह बोलते रहिए। हमारा मानना है कि शिवसेना-बीजेपी का मुख्यमंत्री भेंट चढ़ गया। पुरानी यादों का कोई मतलब नहीं है। नीतीश कुमार को राउत ने एनडीए का किराएदार बता दिया। राउत ने कहा की आज बीजेपी के पास बहुमत है लेकिन बहुमत बहुत चंचल होता है।