लाल किले की प्राचीर पर झंडा फहराने वाले दीप सिद्धू को एनआईए ने तलब किया है। सिख फोर जस्टिस मामले में ये नोटिस दिया गया है। सूत्रों की मानें तो दीप सिद्धू पर विदेशों से पैसा लेने का आरोप है। किसानों के प्रदर्शन के नाम पर पैसो का लेने देन किया गया है।
लगातार जानकारी मिल रही थी कि कुछ देशविरोधी ताकतें इस किसान आंदोलन में शामिल हो रही हैं। एनआईए पता कर रही है कि दीप सिद्धू को ये पैसा कहां से मिला है। फाइनेंस इंटेलिजेंस यूनिट ने भी मामले में सवाल किए हैं।
दरअसल आज लाल किले पर दीप सिद्धू ने केसरी रंग का एक झंडा एक व्यक्ति को थमाया जिसके बाद व्यक्ति ने लाल किले की प्राचीर पर झंडे को लहराया। लंबे वक्त से चल रहे किसानों के आंदोलन में दीप सिद्धू लाइमलाइट में आना चाहते थे इस वजह से भी उन्होंने इस तरह का काम किया है।
इससे पहले किसानों और पुलिस के बीच तय हुआ था कि दिल्ली की बाहरी रिंग रोड पर किसान ट्रैक्टर परेड मार्च करेंगे और इसी हिसाब से ही पुलिस ने बैरिकेडिंग भी की थी लेकिन दीप सिद्धू समेत कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ते हुए लाल किले की तरफ दाखिल हो गए जहां उन्होंने लाल किले के पास जमकर हंगामा किया।
गौरतलब है कि सिद्धू ने कल सिंघु बॉर्डर पर कहा था कि वे दिल्ली के अंदर जाकर प्रदर्शन करेंगे। आज उन्होंने तय रूट से अलग दूसरा रूट लिया और पुलिस बैरिकेड तोड़ते हुए वे लाल किले की तरफ दाखिल हो गए। किसानों के मार्च से पहले ही वे पुलिस से झड़प करने लगे थे।
आरोप है कि दीप सिद्धू किसानों के आंदोलन को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे थे। बता दें कि दीप सिद्धू कुछ एक पंजाबी फिल्मों में काम कर चुके हैं।
यही नहीं दीप सिद्धू का नाम अभिनेता सनी देओल के लिए चुनाव प्रचार के दौरान चुनावी एजेंट के तौर पर भी लिया जा रहा है। दीप सिद्धू कट्टर खालिस्तानी विचारधारा रखते हैं। आज दीप सिद्धू ने फेसबुक पर इस बात की जानकारी दी कि उन्होंने लाल किले की प्राचीर पर इस तरह झंडा लहराया है।