यूपी और पंजाब समेत पांच राज्यों के हालिया विधानसभा चुनावों में करारी शिकस्त का सामना करने के बाद कांग्रेस रविवार (13 मार्च, 2022) को महामंथन करेगी। कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की इस बैठक के दौरान इलेक्शंस में हार के कारणों की समीक्षा और आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। माना जा रहा है कि इसमें मोदी सरकार को घेरने की नई स्ट्रैटेजी पर भी बात हो सकती है।
इस बीच, कांग्रेस की ओर से उन खबरों का भी खंडन किया गया, जिसमें कहा गया था कि गांधी परिवार के सदस्य सभी संगठनात्मक पदों से इस्तीफा दे देंगे। वहीं, सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी रविवार शाम चार बजे पार्टी मुख्यालय में कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई सीडब्ल्यूसी बैठक की अध्यक्षता करेंगी।
रोचक बात है कि सीडब्ल्यूसी की यह मीटिंग ऐसे वक्त पर होने जा रही है जब कांग्रेस पंजाब में सत्ता गंवा चुकी है और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी उसे करारी हार का सामना करना पड़ा है।
सोनिया गांधी पिछले कुछ समय से सक्रिय रूप से प्रचार नहीं कर रही हैं, जबकि उनकी बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा के अलावा राहुल गांधी कांग्रेस के स्टार प्रचारक रहे हैं। साथ ही भाई-बहन की जोड़ी पार्टी के महत्वपूर्ण फैसलों में भी प्रमुख भूमिका निभाती है।
यूपी की प्रभारी महासचिव वाड्रा के नेतृत्व में एक हाई-लेवल प्रचार अभियान के बावजूद सूबे में कांग्रेस 403 विस सीटों में से केवल दो पर जीत हासिल कर सकी। पार्टी का वोट शेयर भी कम होकर 2.33 प्रतिशत हो गया और उसके अधिकतर उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई।
दरअसल, पार्टी की 2019 के आम चुनावों में लगातार दूसरी हार के बाद राहुल ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। सोनिया ने तब अंतरिम अध्यक्ष के रूप में फिर से पार्टी की बागडोर संभाली थी। उन्होंने ने भी अगस्त 2020 में पार्टी नेताओं के एक वर्ग ‘जी-23’ की ओर से खुले विद्रोह के बाद पद छोड़ने की पेशकश की थी लेकिन सीडब्ल्यूसी ने उनसे पद पर बने रहने का आग्रह किया था।
इन विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के ‘जी 23’ समूह के कई नेताओं ने शुक्रवार (12 मार्च, 2022) को भी बैठक की, जिसमें आगे की रणनीति को लेकर चर्चा की गई। राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के आवास पर हुई इस बैठक में कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा और मनीष तिवारी शामिल हुए।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस कार्य समिति में शामिल ‘जी 23′ के नेता सीडब्ल्यूसी की बैठक में चुनावी हार का मुद्दा और पार्टी संगठन में जरूरी बदलाव और जवाबदेही सुनिश्चित करने की अपनी पुरानी मांग उठा सकते हैं। ‘जी 23’ समूह के प्रमुख सदस्य गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा कांग्रेस कार्य समिति में हैं।
हालांकि, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने उन खबरों को रविवार को ‘‘गलत और शरारती’’ करार देते हुए खारिज कर दिया, जिसमें दावा किया गया था कि गांधी परिवार के सदस्य पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने पार्टी में किसी बड़े बदलाव को खारिज कर दिया। उन्होंने ट्विटर पर कहा कि कथित इस्तीफे की खबरें अनुचित, शरारती और गलत हैं।
बजट सत्र के लिए रणनीति रेडीः शीर्ष कांग्रेसी नेताओं ने सोमवार (14 मार्च, 2022) से शुरू होने वाले संसद के बजट सत्र के लिए रविवार को पार्टी की रणनीति पर चर्चा की। पार्टी ने समान विचाराधारा वाले दलों के साथ मिलकर जनहित से जुड़े अहम मुद्दों को उठाने का फैसला किया। कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की यह मीटिंग सोनिया के घर पर हुई।