Maharashtra Government Formation, Maharashtra Floor Test: महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच सोमवार (25 नवंबर) को राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अपने 4 बागी विधायकों को वापस लाने में सफल रही। ये चारों विधायक हरियाणा के गुरुग्राम स्थित एक फाइव स्टार होटल में थे। बताया जा रहा है कि इन विधायकों की तलाश में पहले ‘मिशन ढूंढो’ चलाया गया। इसके बाद उन्हें फिल्मी अंदाज में मुंबई पहुंचाया गया। पार्टी के नेताओं का कहना है कि इस पूरे घटनाक्रम में एनसीपी की स्टूडेंट विंग ने अहम भूमिका निभाई।
गुरुग्राम के होटल में रखे गए थे पांचों विधायक: एनसीपी नेताओं के मुताबिक, छात्र विंग कार्यकर्ता की सोनिया दूहन ने सबसे पहले पांचों लापता विधायकों बाबासाहेब पाटिल, दौलत दरोदा, अनिल पाटिल, नितिन पवार और नरहरी जिरवाल के संभावित ठिकाने की जानकारी दी थी। इन सभी को गुरुग्राम स्थित ओबेरॉय होटल में रखा गया था। सोनिया ने पहले यह पुष्टि की कि विधायक गुरुग्राम के होटल में ही हैं। इसके बाद उन्होंने 2 दिन का रेस्क्यू ऑपरेशन भी चलाया।
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ऐसे रेस्क्यू कराए गए विधायक: रेस्क्यू किए गए विधायकों को लेकर सोमवार शाम मुंबई पहुंची सोनिया ने बताया, ‘‘एनसीपी के नेताओं में से एक ने मुझसे विधायकों का ठिकाना पता लगाने के लिए कहा था। इसके बाद मैंने छात्रों को काम पर लगा दिया। हम होटल में पहुंचे तो वहां करीब 100 लोगों को विधायकों की निगरानी करते देखा, जिसके चलते वे निकल नहीं पा रहे थे। हमने होटल में कई कमरे बुक किए और पूरे दिन की गतिविधियों पर नजर रखी। इसके बाद होटल के स्टाफ को विश्वास में लेकर उन रास्तों का इस्तेमाल किया, जो सिर्फ वे ही जानते हैं।’’
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कई टीमें बना किया रेस्क्यू: सोनिया के मुताबिक, एनसीपी के एक नेता देवेश शर्मा और मैंने 20 लोगों को कई टीमों में बांटा। इसके बाद 10-12 लोगों को होटल के बाहर तैनात किया गया। हम रविवार शाम विधायक नितिन पवार को किसी तरह बाहर लाए, जिसके बाद बाकी तीनों विधायकों अनिल पाटिल, दौलत दरोदा और नरहरि जिरवाल को रेस्क्यू किया गया।
5वें फ्लोर पर रखे गए थे एनसीपी के विधायक: सोनिया का कहना है कि एनसीपी के सभी विधायकों को होटल के पांचवें फ्लोर पर रूम नंबर 5109, 5110, 5112 और 5113 में रखा गया था। ये सभी कमरें किसी यादव के नाम पर बुक थे। एनसीपी के नेताओं को यह कहकर लाया गया था कि उन्हें दिल्ली ले जा रहे हैं। नेताओं को यह भी नहीं पता था कि होटल कहां पर है।
इस तरह मुंबई पहुंचे सभी विधायक: होटल से सभी विधायकों को एनसीपी चीफ शरद पवार के नई दिल्ली में 6 जनपथ स्थित घर लाया गया। इसके बाद दोपहर 2:40 की फ्लाइट से उन्हें मुंबई भेजा गया। गुरुग्राम के होटल में ठहरे बाबासाहेब पाटिल को अजित पवार की बगावत का पता नहीं था। ऐसे में वह शनिवार को चार्टर्ड विमान से दिल्ली पहुंच गए थे। उन्होंने बताया कि रविवार दोपहर उन्होंने होटल छोड़ दिया था। उस वक्त किसी ने भी उन्हें नहीं रोका। पाटिल ने पीटीआई को बताया, ‘‘हमें लगा था कि पवार साहेब को लूप में लिया गया है, जिसके चलते हम अजित दादा के निर्देश मानते रहे। शाम के वक्त पता चला कि हमारे साथ क्या हुआ। इसके बाद रात में पवार साहेब से संपर्क किया गया। साथ ही, स्टेट प्रेजिडेंट जयंत पाटिल से भी बातचीत की।’’