प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में ‘विकास की कमी’ पर राज्य में 15 साल के कांग्रेस शासन और राज्यसभा में राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर हमला बोलते हुए यहां दो समुदायों को जनजातीय का दर्जा देने सहित कई पहलों की घोषणा करते हुए भाजपा के चुनाव प्रचार की शुरुआत कर दी। इस मौके पर मोदी ने कहा, ‘असम में इतनी समस्याएं क्यों हैं जब 15 साल से एक ही सरकार है और राज्य ने दस साल तक के लिए कोई प्रधानमंत्री भेजा हो, वे 15 साल में कुछ नहीं कर सके और अब वे मुझसे चाहते हैं कि मैं 15 महीनों में उनकी सभी समस्याओं को सुलझा दूं। क्या आपको नहीं लगता कि यह मेरे प्रति अनुचित है।’

आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा और इसके नए सहयोगी बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित रैली में मोदी ने कहा कि भाजपा बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद (बीटीसी) क्षेत्रों का चौतरफा विकास सुनिश्चित करेगी जिन्हें कांग्रेस ने ‘धोखा दिया है।’ उन्होंने यहां बोडोफंगार में रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘समस्याओं की लंबी सूची है। कोई विकास नहीं हुआ है।’

प्रधानमंत्री ने लोगों के सपनों और आकांक्षा को पूरा करने में ‘विफल रहने’ के लिए असम की कांग्रेस सरकार और केंद्र की पूर्व यूपीए सरकार पर जबर्दस्त हमला बोला। उन्होंने मनमोहन सिंह का हवाला देते हुए कहा, ‘वे मेरी सरकार के बारे में सवाल पूछ रहे हैं। लेकिन आपने असम में पिछले 15 साल और केंद्र में दस साल में क्या किया वह भी तब जब असम का प्रतिनिधित्व कर रहा कोई व्यक्ति प्रधानमंत्री था।’  मोदी ने कहा, ‘वे लोगों को सिर्फ भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं। आप उनके 15 साल के शासन और मेरी 15 महीने की सरकार की तुलना करें। आपको बड़ा अंतर नजर आएगा।’

प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि असम के मैदानी इलाकों में रह रहे कर्बी समुदाय के लोगों और पर्वतीय क्षेत्रों में रह रहे बोडो लोगों को जनजातीय दर्जा दिया जाएगा और प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा, ‘क्षेत्र की सभी समस्याओं का समाधान विकास है और मैंने यह सुनिश्चित करने के लिए अपना दिल और मुट्ठी दोनों खोल दिए हैं कि क्षेत्र के लोगों के सपने और आकांक्षा पूरी हो, जिसे पूरा करने में राज्य सरकार विफल रही है।’ मोदी ने कहा कि उन्होंने निर्देश दिया है कि पूर्वोत्तर से युवाओं को दिल्ली पुलिस में भर्ती किया जाना चाहिए और प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है।

दूसरी पहलों की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कोकराझार स्थित एक केंद्रीय तकनीकी संस्थान को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया जाएगा, सियालदह-गुवाहाटी कंचनजंगा एक्सपे्रस को बराक घाटी तक बढ़ाया जाएगा, जबकि धुबरी स्थित रूपसी हवाईअड्डे को भारतीय वायुसेना अपने नियंत्रण में लेगी।

असम की 126 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव अन्य चार राज्यों के साथ अप्रैल-मई में होने की उम्मीद है। कोकराझार और इसके आसपास के क्षेत्रों में बीपीएफ का जबर्दस्त प्रभाव माना जाता है। पार्टी बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद में 2003 में इसके बनने के समय से ही सत्ता में है।

2006 के विधानसभा चुनाव में बीपीएफ ने 11 सीटें जीती थीं और यह तरुण गोगोई के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गई थी। 2011 के विधानसभा चुनाव में इसने 12 सीटों पर जीत दर्ज की और यह एक बार फिर से गोगोई सरकार में शामिल हो गई। हालांकि, 2014 में बीपीएफ ने कांग्रेस से गठबंधन तोड़ लिया।

राजीव गांधी का हवाला देते हुए, जिन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार से भेजे जाने वाले प्रत्येक एक रुपए में से केवल 15 पैसे ही सही जगह पहुंच पाते हैं, मोदी ने कहा कि उन्होंने सही कहा था और ‘हम इसकी इजाजत नहीं दे सकते।’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘दिल्ली अब राज्य सरकारों से हिसाब मांगती है। उन्हें खर्च किए गए प्रत्येक रुपए का हिसाब रखना होगा। लोगों के धन की लूट को रोकना होगा।’ मोदी ने कहा कि जब उन्होंने विकास कोष को लेकर जवाबदेही मांगी तो असम सरकार और पूर्वोत्तर में कई अन्य राज्य सरकारें परेशान हो गईं।

उन्होंने कहा, ‘असम सरकार को हमें ब्योरा देना होगा कि विकास का धन कहां चला गया। पूर्वोत्तर में सभी सरकारों को पूरा हिसाब-किताब देना होगा। इसी वजह से, ये लोग मुझे पसंद नहीं करते, लेकिन मुझे चिंता नहीं है। वे मुझे पसंद करें या नहीं करें। मैं देश के लिए काम करता हूं, मैं विकास के लिए काम करता हूं।’

मोदी ने कहा कि जब से राजग सरकार सत्ता में आई है, पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय ने कई पहल की हैं और अब केंद्र सरकार का कम से कम एक मंत्री हर महीने पूर्वोत्तर का दौरा करता है। उन्होंने कहा, ‘हमारे पास तीन सूत्री कार्यक्रम है…विकास, विकास और विकास। सभी समस्याओं का समाधान केवल विकास के जरिए किया जा सकता है।’