नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल को मई माह में एक साल पूरा हो जाएगा। यही वजह है कि पार्टी मोदी सरकार 2.0 की इस पहली सालगिरह को सेलिब्रेट करना चाहती है लेकिन कोरोना वायरस के कारण उपजे हालात और लॉकडाउन के चलते पार्टी अभी तक तय नहीं कर पायी है कि यह सेलिब्रेशन किस तरह का होना चाहिए। गुरुवार को इस मुद्दे पर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी महासचिव के साथ बैठक की।
द इंडियन एक्सप्रेस में छपे देल्ही कॉन्फिडेंशियल लेख के अनुसार, इस बैठक में केन्द्रीय मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए। यह बैठक पार्टी मुख्यालय में हुई, जिसमें कई नेता शामिल हुए, वहीं कई अन्य नेताओं ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक में शिरकत की। बैठक में भाजपा सरकार के सत्ता में वापसी की पहली सालगिरह को किस तरह सेलिब्रेट किया जाए, इस बात को लेकर चर्चा हुई।
इस अलावा इस मीटिंग में इस बात की भी चर्चा हुई कि पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को कहे कि वह लॉकडाउन के चलते पलायन कर रहे प्रवासी मजदूरों की मदद करें और उन्हें खाना, पानी और चप्पलें भी मुहैया कराएं। इसके साथ ही पार्टी कैडर को यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि वह क्वारंटीन सेंटर में किए गए इंतजाम का भी ध्यान रखें, ताकि लोगों को वहां परेशानी ना हो।
बैठक के दौरान कुछ नेताओं ने सुझाव दिया कि क्वारंटीन सेंटर्स में रह रहे लोगों को स्किल डेवलेपमेंट एक्टिविटीज करायी जाए, ताकि वह ज्यादा कुशल बन सकें। बता दें कि कोरोना वायरस माहमारी मोदी सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी है। लॉकडाउन के चलते जहां सारी आर्थिक गतिविधियों पर लगाम लग गई है। ऐसे में देश की गिरती अर्थव्यवस्था को बहुत बड़ा झटका लगा है। इसके साथ ही मोदी सरकार को लॉकडाउन के बाद फिर से अर्थव्यवस्था के साथ ही पूरे सिस्टम को पटरी पर लाने की चुनौती भी होगी।
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की बात करें तो इस दौरान कई बड़े फैसले लिए गए हैं। इनमें तीन तलाक, जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करना, आतंकी घटनाओं पर लगाम कसने के लिए UAPA कानून लागू करना आदि प्रमुख काम हैं। यही वजह है कि पार्टी सरकार की पहली सरकार की सालगिरह के बहाने इन कामों को जनता के सामने पेश कर सकती है।