दुबई से रविवार सुबह आए एक तस्कर के पास 24 लाख रुपए के जाली भारतीय नोट मिले। ये नोट 2000 हजार रुपए के थे और पाकिस्तान में छपे थे। नोटों पर नौ में से सात सुरक्षा मानकों की नकल की गई थी। पुलिस ने सभी नोटों को जब्त कर आरोपी को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि नोट पाकिस्तान में छपे थे और भारत में भेजने से पहले उसे दुबई भेजा गया था।

पकड़े गए आरोपी का नाम जावेद शेख (36) है और वह कलवा का रहने वाला है। वह इससे पहले दुबई और बैंकाक में रहता था। पुलिस के मुताबिक वह पहले भी इस तरह का काम कर चुका है। पुलिस उससे यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वह ये नोट किसके पास पहुंचाने जा रहा था।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) संतोष रस्तोगी ने बताया, “एक सामान्य आदमी जाली नोट की पहचान नहीं कर पाएगा। शेख एयरपोर्ट के सिक्योरिटी चेक से निकल गया था। वह इंटरनेशनल टर्मिनल के बाहर बस स्टॉप पर पकड़ा गया।” उन्होंने उसके आतंकी लिंक होने की आशंका से भी इंकार नहीं किया। कहा कि शेख सीआईए की सूचना पर पकड़ा गया।

रस्तोगी ने बताया, “जाली नोटों को बहुत ही स्मार्ट तरीके से ट्राली बैग्स में रखा गया था। उसे बैग की दीवार और कपड़ों के बीच गैप में दबाकर कुशन के ऊपर रखा गया था। बैग के अंदर नोटों को खोजने में एक घंटा लग गया।” रस्तोगी ने कहा, “यदि वे बंडल में रखे होते तो स्कैनर नोटों का पता लगा लेता, लेकिन शेख ने नोटों को फैला रखा था। इससे मशीन को उसे पकड़ने में दिक्कत हुई।”

क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने बताया कि नोटों की क्वालिटी में दो सुरक्षा मानकों को ठीक से पूरा नहीं किया गया था। इनमें से एक “आप्टिकली वेरिएबल इंक” और दूसरा “सी थ्रो रजिस्टर (जिससे प्रकाश में पता चलता है)” शामिल है। इसकी वजह से नोटों के जाली होने की जानकारी मिली।