Money Laundering Case: ईडी को जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की तलाश है। ईडी की टीम सोमवार को हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थिति शांति निकेतन में उनके आवास पर पहुंची तो सोरेन वहां पर नहीं मिले। बताया जा रहा है कि सोरेन आधी रात कर घर पर भी ही थे। उसके बाद वो किसी अज्ञात स्थान पर चले गए। ईडी की टीम को अभी तक सोरेन की लोकेशन का पता नहीं चल सका है।

ईडी की टीम सोरेन से जमीन घोटाले मामले में पूछताछ करना चाहती है। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में ईडी सोरेन को गिरफ्तार कर सकती है। प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से नया समन जारी होने के बाद सोरेन दिल्ली से गायब हैं।

प्रवर्तन निदेशालय की टीम हेमंत सोरेन से पहले भी पूछताछ कर चुकी है। टीम ने रांची में 8 घंटे तक उनसे सवाल-जवाब किए थे। ईडी ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ के लिए सोरेन को कुछ दिन पहले 10वां समन जारी करते हुए 29 या 31 जनवरी को पेश होने के लिए कहा था। साथ ही कहा था कि अगर मुख्यमंत्री पेश नहीं होते हैं तो ईडी की टीम खुद पहुंचकर उनसे पूछताछ करेगी।

हेमंत सोरेन को ईडी ने 13 जनवरी को 8वां समन जारी किया था। साथ ही उनसे 16-20 जनवरी के बीच मामले में पूछताछ के लिए मौजूद रहने के लिए कहा था। इससे पहले सोरेन 7वें समन पर ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। ईडी के समन का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा था कि केंद्रीय जांच एजेंसी 20 जनवरी को उनके आवास पर उनका बयान दर्ज कर सकती है।

क्या है झारखंड भूमि घोटाले का पूरा केस?

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रांची में सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन की अवैध खरीद-फरोख्त का खुलासा किया था। ईडी ने इस मामले में रांची के बड़गाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद को गिरफ्तार किया था। उनके आवास और मोबाइल फोन से बड़ी मात्रा में सरकारी दस्तावेज बरामद हुए थे। इन दस्तावेजों की छानबीन और उनसे जुड़े तथ्यों के सत्यापन को लेकर एजेंसी हेमंत सोरेन से पूछताछ कर रही है।

प्रवर्तन निदेशालय ने प्रदीप बागची, विष्णु कुमार अग्रवाल, भानु प्रताप प्रसाद और अन्य के खिलाफ झारखंड पुलिस और पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा दर्ज की कई FIR के आधार पर धन शोधन अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज करके तीन भूमि घोटालों की जांच शुरू की थी।

इस पूरे मामले में ईडी अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। जांच में पता चला कि आरोपियों ने सरकारी अधिकारियों के साथ साठगांठ करके भूमाफियाओं के पक्ष में फर्जी तरीके से इन भूखंडों का हस्तानांतरण किया था।

अभी तक गिरफ्तार किए गए 14 आरोपियों में प्रदीप बागची,सद्दाम हुसैन,तल्हा खान, अफसर अली, इम्तियाज अहमद, फैयाज खान, भानु प्रताप प्रसाद, छवि रंजन, IAS (पूर्व DC रांची) दिलीप कुमार घोष, विष्णु कुमार अग्रवाल, अमित कुमार अग्रवाल शामिल हैं। रुपयों की बात करें तो ईडी की टीम इस पूरे केस में अब तक 236 करोड़ रुपये से ज्यादा संपत्तियों को जब्त कर चुकी है।