यूपी चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे गहमागहमी बढ़ती जा रही है। मंगलवार को पीएम मोदी के साथ सीएम योगी ने गोरखपुर में हुंकार भरी तो उधर मेरठ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव रालोद प्रमुख जयंत चौधरी के साथ बीजेपी को ललकारते दिखे। जयंत ने योगी पर तंज कसते हुए कहा कि बाबा को गुस्सा बहुत आता है। लेकिन इस बार के चुनाव में बाबा को इतना खाली कर देंगे कि वो सिर्फ बछड़ों के साथ खेलते दिखेंगे। उनके पास कोई काम नहीं रह जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी पर करारा हमला करते हुए कहा कि अपनी तिजोरी भरने और आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए सत्ता चाह रहे लाल टोपी वाले लोग प्रदेश के लिए ‘खतरे की घंटी’ हैं। प्रधानमंत्री ने गोरखपुर एम्स, खाद कारखाने और आईसीएमआर के क्षेत्रीय केंद्र का लोकार्पण करने के बाद कहा कि लोहिया जी और जयप्रकाश नारायण के आदर्शों और अनुशासन को यह लोग कब का छोड़ चुके हैं। आज पूरा उत्तर प्रदेश अच्छी तरह जानता है कि लाल टोपी वालों को लाल बत्ती से मतलब रहा है। उनको आपके दुख तकलीफ से कोई लेना देना नहीं है।

मोदी ने आरोप लगाया कि लाल टोपी वालों को सत्ता चाहिए। घोटालों के लिए, अपनी तिजोरी भरने के लिए, अवैध कब्जों के लिए, माफियाओं को खुली छूट देने के लिए। लाल टोपी वालों को सरकार बनानी है आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए, उन्हें जेल से छुड़ाने के लिए। इसलिए याद रखिये कि लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं। यानी खतरे की घंटी हैं। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश के गन्ना किसान नहीं भूल सकते कि प्रदेश में भाजपा सरकार से पहले की जो सरकार थी उसने कैसे गन्ना किसानों को पैसे के भुगतान में रुला दिया था।

मोदी ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की तारीफ करते हुए कहा- हमारी डबल इंजन की सरकार आपकी सेवा करने में जुटी है। आपको विरासत में जो मुसीबतें में मिली हैं, हम नहीं चाहते कि वह मुसीबतें विरासत में आपकी संतानों को मिलने की नौबत आए। पहले की सरकारों के वह दिन भी देश ने देखे हैं जब अनाज होते हुए भी गरीबों को नहीं मिलता था। आज हमारी सरकार ने सरकारी गोदाम गरीबों के लिए खोल दिए हैं। योगी जी पूरी ताकत से हर घर तक अन्य पहुंचाने में जुटे हुए हैं। इसका लाभ यूपी के लगभग 15 करोड़ लोगों को हो रहा है।

उधर, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि सारे देश ने देखा कि किसानों के साथ किस तरह से मजाक किया गया। किसान साल भर तक दिल्ली की सीमा पर डटे रहे। लेकिन पीएम को उनकी सुध तक नहीं आई। चुनाव में हार दिखी तो तीनों कानून वापस ले डाले। उनका सवाल था कि बीजेपी किसानों की हमदर्द थी तो ये पहले क्यों नहीं किया।

रालोद के जयंत चौधरी ने कहा कि बाबा (योगी) को गुस्सा बहुत आता है। वो अक्सर धर्म की बात करते हैं लेकिन उनके पास इस बात का जवाब नहीं है कि सूबे के लिए उन्होंने क्या किया। जयंत चौधरी ने एक किस्सा सुनाकर बीजेपी पर तंज कसा। एक चोर की कहानी सुनाते हुए उन्होंने बताया कि कैसे उसे प्याज और जूते दोनों खाने पड़े थे। ये हाल बीजेपी का भी है।