कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जुगलबंदी को भारतीय लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताते हुए इन दोनों की जम कर खिंचाई की है। उन्होंने भाजपा और तृणमूल कांग्रेस को एक ही सिक्के के दो पहलू करार दिया है। उन्होंने कहा कि अगर इन दोनों में से कोई भी राज्य में सत्ता में आती है, तो यह बंगाल के लिए खतरनाक होगा। सोनिया मंगलवार को दक्षिण 24-परगना जिले के कैनिंग और हुगली जिले के श्रीरामपुर में पार्टी की चुनावी रैलियों में बोल रही थीं।
उन्होंने मोदी और ममता पर एक साथ निशाना साधते हुए कहा कि इन दोनों की नेताओं की मिलीभगत लोकतंत्र और बंगाल के लिए खतरनाक है। सोनिया ने कहा कि भाजपा व तृणमूल का लोकतंत्र पर भरोसा नहीं है। मोदी और ममता अहंकारी शक्तियां हैं। केंद्र में मोदी ने जनता को धोखा दिया है और यहां ममता ने। उन्होंने यह कहने के लिए भी मोदी की आलोचना की कि कांग्रेस ने बीते 60 बरसों के दौरान देश के लिए कुछ नहीं किया है। कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी ने हर क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बना दिया है।
मछुआरों के इलाके कैनिंग में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी आपकी मछलियों को नहीं बचा सकते। जब मोदी जी मछलियों को नहीं बचा सकते तो वे देश की सीमाओं को क्या बचाएंगे? सोनिया ने कहा कि मोदी सरकार के कामकाज का तरीका लोकतांत्रिक मूल्यों, धर्मनिरपेक्षता और समूचे लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
उन्होंने कहा कि मोदी जी ने आपको सुनहरे सपने दिखाए थे, लेकिन अब आपको उनसे सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने ममता बनर्जी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए मुख्यमंत्री पर जनादेश को धोखा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के बदलाव के वादे पर भरोसा करते हुए कांग्रेस ने पांच साल पहले उनका समर्थन किया था।
लेकिन सत्ता मिलते ही तृणमूल ने रंग बदल लिया। सरकार के कामकाज की आलोचना करते हुए सोनिया ने कहा कि राज्य में उद्योग बेहाल हैं और कानून व व्यवस्था नामक कोई चीज नहीं बची है। राज्य में चारों ओर हिंसा, अत्याचार और भ्रष्टाचार का माहौल है। उन्होंने कहा कि तृणमूल शासन के दौरान बंगाल हर मोर्चे पर पिछड़ गया है। तमाम कारखाने एक-एक बंद हो रहे हैं। उनका सवाल था कि क्या यही विकास है?