नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से लगातार दो बार की सांसद मीनाक्षी लेखी को भी नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में जगह दी गई है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने साल 2010 में उन्हें भाजपा में शामिल कराया था। कहा जा रहा है कि जातिगत समीकरणों और क़ानूनी कौशल के कारण उन्हें प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी कैबिनेट में जगह दी है। संसद में लगातार सक्रिय रहने वाली मीनाक्षी लेखी के कारण ही पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को चौकीदार चोर है वाले बयान के कारण माफ़ी मांगनी पड़ी थी।
54 वर्षीय मीनाक्षी लेखी ने बुधवार को विदेश मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने साल 2010 में उन्हें भाजपा में शामिल कराया था। उसी साल मीनाक्षी लेखी को भाजपा महिला मोर्चा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया गया था। मीनाक्षी लेखी ने पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता का भी कार्यभार संभाला। राष्ट्रीय प्रवक्ता रहने के दौरान लेखी ने कई प्लेटफ़ॉर्मों पर पार्टी के नीतियों की शानदार वकालत की। मीनाक्षी लेखी राष्ट्रीय फलक पर तब उभरकर सामने आईं जब उनकी एक याचिका की वजह से कांग्रेस नेता राहुल गांधी को चौकीदार चोर है वाले बयान को लेकर माफ़ी मांगना पड़ा।
मीनाक्षी लेखी के वाक पटुता और कानूनों की अच्छी जानकारी ने उन्हें पार्टी के अंदर ऊपर उठाने में मदद की। इसके अलावा विदेश मामलों की स्थायी समिति, विशेषाधिकार समिति और सामान्य प्रयोजन समिति सहित कई संसदीय पैनल में उनके अनुभव ने उन्हें पार्टी के बड़े नेताओं की नजर में लाया। इसके अलावा मीनाक्षी लेखी आरएसएस से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच का भी हिस्सा रहीं, जिसका भी उन्हें फायदा मिला।
दिल्ली के चांदनी चौक से सांसद डॉ हर्षवर्धन को केंद्रीय मंत्री पद से हटाए जाने के बाद पार्टी को दिल्ली से एक नेता की नेता की तलाश थी। हालांकि पहले भाजपा सांसद मनोज तिवारी और प्रवेश साहिब सिंह को मंत्री बनाए जाने की उम्मीद थी। लेकिन कैबिनेट में महिलाओं को अधिक प्रतिनिधित्व देने, क़ानूनी कौशल और हिंदी- अंग्रेजी दोनों भाषाओं में पारंगत होने के कारण मीनाक्षी लेखी इस रेस में सबसे आगे थीं।
कहा जा रहा है कि कभी ना हारने और जुझारू प्रवृत्ति के होने कारण उन्हें प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी कैबिनेट में शामिल कर लिया। इसके अलावा उन्हें पंजाबी समुदाय से होने का भी फायदा मिला। क्योंकि यह अनुमान लगाया जा रहा था कि बनिया समुदाय से आने वाले आदेश गुप्ता को दिल्ली भाजपा का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद दिल्ली कोटे से एक पंजाबी या पूर्वांचली को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। नरेंद्र मोदी कैबिनेट में इसबार 11 महिला मंत्री हैं जो पिछली बार से दोगुना है।