पूर्व बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने शनिवार को तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ली। इस मौके पर सिन्हा ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कंधार विमान अपहरण के दौरान खुद को बंधकों के बदले आतंकियों को सौंपे जाने का प्रस्ताव दिया था। यशवंत सिन्हा ने बताया, ‘ मैंने ममता जी के साथ वाजपेई सरकार में काम किया है। ममता बनर्जी शुरुआत से ही एक फाइटर रही हैं। उन्होंने कैबिनेट के आगे प्रस्ताव रखा था कि इंडियन एयरलाइन के यात्रियों के बदले उन्हें आतंकियों को सौंप दिया जाए। आंतकी इंडियन एयरलाइन के विमान को हाईजैक कर कंधार ले गए थे।’ यशवंत सिन्हा ने कहा कि ममता बनर्जी ने देश की खातिर ये प्रस्ताव दिया था।

बता दें कि साल 1999 में वाजपेई सरकार में ममता बनर्जी रेल मंत्री थीं। यशवंत सिन्हा ने कहा कि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस ज्वॉइन करने का फैसला इसलिए किया क्योंकि वे नंदीग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हुए हमले से आहत हैं। केंद्र सरकार पर हमलावर होते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा कि मोदी सरकार मूल्यवान विचारों को कुचलने और दबाने में लगी हुई है। सिन्हा ने कहा, ‘देश इस समय एक विचित्र स्थिति से गुजर रहा है। हमारे मूल्य और सिद्धांत खतरे में हैं। लोकतंत्र उसकी संस्थाओं से चलता है और सभी संस्थाओं को कमजोर करने का काम मोदी सरकार कर रही है। अटल बिहारी वाजपेई की सरकार आम राय लेने में यकीन करती थी लेकिन मोदी सरकार कुचलने और दबाने में यकीन करती है।’ सिन्हा ने कहा कि अकाली दल और बीजू जनता दल बीजेपी का साथ छोड़ चुके हैं। आज बीजेपी के साथ खड़ा कौन है?

सिन्हा ने टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन, सुदीप बंदोपाध्याय और सुब्रत मुखर्जी की मौजूदगी में कोलकाता में टीएमसी की सदस्यता ली। टीएमसी नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने यशवंत सिन्हा का स्वागत किया और कहा कि यशवंत सिन्हा के टीएमसी में शामिल होने से बीजेपी से लड़ाई में उनको मजबूती मिलेगी। बता दें कि यशवंत सिन्हा चंद्रशेखर सरकार और वाजपेई सरकार में मंत्री थे। उन्होंने 2018 में बीजेपी छोड़ दी थी।

कंधार विमान अपहरण: साल 1999 में इंडियन एयरलाइन की फ्लाइट काठमांडू से दिल्ली आनी थी। हालांकि फ्लाइट को आतंकियों ने अपने कब्जे में ले लिया था। फ्लाइट को अमृतसर में रोकने के बाद सीधा कंधार ले जाया गया था। आतंकियों ने यात्रियों के बदले जेल में बंद आतंकियों को छोड़ने की मांग रखी थी। जिसके बाद भारत ने मसूद अजहर समेत दो और आतंकियों को रिहा किया था।