पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने CPI(M) को टेररिस्ट पार्टी कहा है। इस तरह ममता बनर्जी की बातों से एक बार फिर साबित हो गया है कि विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के बीच दरार बढ़ रही है। बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी आने वाले लोकसभा चुनाव में राज्य में “आतंकवादी पार्टी सीपीआई (एम)” के साथ कोई कंपटीशन नहीं करेगी। हालांकि दोनों पार्टियों के तनाव के बावजूद भी ममता ने इस बात पर चुप्पी साध रखी थी कि क्या टीएमसी कांग्रेस के साथ गठबंधन करेगी। दरअसल, टीएमसी और सीपीआई (एम) दोनों विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. का हिस्सा हैं।

ममता मंगलवाल को दक्षिण 24 परगना के जयनगर में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह बीजेपी और लेफ्ट के खिलाफ लड़ेंगी। उन्होंने आगे कहा “आतंकवादी पार्टी सीपीआई (एम) भाजपा की मदद कर रही है। 34 साल तक इसने लोगों के दिमाग से खेला है और मुझे इससे कोई मतलब नहीं है। आज वे कैमरे के सामने बैठकर बातें करते हैं। उन्होंने 34 साल तक सत्ता में रहकर क्या किया? लोगों को कितना भत्ता मिला? उनके शासन काल में लोगों को कुछ नहीं मिला।”

कांग्रेस को सिर्फ दो सीटें?

दरअसल, कांग्रेस और टीएमसी सीट बंटवारे को लेकर आमने-सामने हैं। कुछ दिनों पहले ऐसी खबरें आईं थीं कि सत्तारूढ़ पार्टी राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से केवल दो सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ने के लिए तैयार थी। इस पर कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि उन्हें बनर्जी की दया की जरूरत नहीं है। उन्होंने आगे कहा था, “ममता बनर्जी गठबंधन नहीं चाहतीं। इसलिए उन्होंने यह बता दिया है कि वह कांग्रेस को दो सीटें देने को तैयार हैं। ये सीटें पहले से ही कांग्रेस के पास हैं। गठबंधन पर उनके बयानों की कोई विश्वसनीयता नहीं है। उन्होंने आगे यह भी कहा कि अगर वह ईमानदार थीं तो उन्हें बंगाल में विपक्ष पर हो रहे हमलों पर खेद जाहिर करना चाहिए था।”

कांग्रेस पर मौन

हालांकि बनर्जी मंगलवार को कांग्रेस के बारे में बोलने से बचती रहीं लेकिन टीएमसी पश्चिम बंगाल के महासचिव कुणाल घोष ने बिना नाम लिए कांग्रेस को निशाने पर लिया। कांग्रेस के अधिक सीटें मांगने पर उन्होंन तंज कसते हुए कहा “कभी-कभी, चाय की दुकानों के सामने बच्चे 10 या 20 बिस्कुट मांगते हैं, वे यह नहीं जानते कि वे केवल तीन या चार ही खा सकते हैं।”

टीएमसी की तरफ से की गई यह टिप्पणी कांग्रेस को पसंद नहीं आई। पार्टी प्रवक्ता सौम्या आइच रॉय ने घोष पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ”हम टीएमसी की भ्रष्ट कार्यप्रणाली के खिलाफ लड़ते रहेंगे।” अब देखना है कि दोनों पार्टियों के बीच की यह लड़ाई I.N.D.I.A. को कहां लेकर जाती है।