Mamata Banerjee On PM Modi: नरेंद्र मोदी रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसी बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को टीएमसी नेताओं और चुने गए सांसदों की मीटिंग में कहा कि विपक्षी दल इंडिया ने भले ही सरकार बनाने का दावा पेश न किया हो, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कल भी ऐसा नहीं होगा। उन्होंने लोकसभा में पार्टी की रणनीति पर चर्चा के लिए टीएमसी के वरिष्ठ नेताओं और सांसदों की बैठक के बाद यह बात कही। एनडीए सरकार के लंबे समय तक टिके रहने पर टीएमसी की मुखिया ने कहा कि उनकी पार्टी वेट एंड वॉच की स्थिति में रहेगी।
ममता बनर्जी ने कहा कि देश को बदलाव की जरूरत है। पूरा देश बदलाव चाहता है। यह जनादेश बदलाव के लिए ही था। हम इंतजार कर रहे हैं और पूरी स्थिति पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। टीएमसी मुखिया ने आगे कहा कि यह जनादेश नरेंद्र मोदी के खिलाफ था, इसलिए उन्हें इस बार प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहिए। किसी और को पीएम पद का पदभार संभालने देना चाहिए था।
टीएमसी वेट एंड वॉच की स्थिति में- ममता बनर्जी
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा कि पार्टी नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होगी और उन्होंने इसे असंवैधानिक और अवैध करार दिया। ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा अलोकतांत्रिक और अवैध तरीके से सरकार बना रही है। आज भले ही इंडिया गठबंधन ने सरकार बनाने का दावा पेश ना किया हो,लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह भविष्य में भी ऐसा नहीं करेगा। चलिए कुछ समय तक इंतजार करते हैं। बनर्जी ने कहा कि मुझे यह देखकर खुशी होगी कि केंद्र की अस्थिर और कमजोर सरकार सत्ता से बाहर हो जाए।
टीएमसी संसद में अपनी आवाज उठाएगी
आम चुनावों में टीएमसी के बेहतर प्रदर्शन से खुश ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी संसद में नागरिकता संसोधन अधिनियम को रद्द करने के लिए अपनी आवाज उठाएगी। लोकसभा में भाजपा की कमजोर होती ताकत का जिक्र करते हुए बनर्जी ने कहा कि पिछली बार उन्होंने बिना चर्चा के विधेयक पारित कर दिए थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं कर पाएंगे।
टीएमसी ने बंगाल में कितनी सीटें जीतीं
बैठक की शुरुआत में तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सभी जीते हुए सांसदों के बधाई दी। तृणमूल कांग्रेस ने राज्य में अपना दबदबा बनाए रखा है और बनर्जी ने अपनी पार्टी के नेतृत्व में राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 29 पर जीत हासिल की है। वहीं, मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने 12 और कांग्रेस को एक ही सीट से संतोष करना पड़ा।