NITI Aayog Meeting: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली में चल रही पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली नीति आयोग की बैठक में तो पहुंचीं लेकिन बीच मीटिंग में ही गुस्से में बाहर निकल आईं। ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि दूसरे मुख्यमंत्रियों को 15-20 मिनट तक बोलने का अवसर दिया गया लेकिन उनका माइक 5 मिनट में ही बंद कर दिया गया और वो अपनी बात नहीं कह पाईं। टीएमसी सुप्रीमो ने इसे पश्चिम बंगाल तक का अपमान बताया है।

बता दें कि दिल्ली में पीएम मोदी की अध्यक्षता में 9वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक जारी है, इसमें बीजेपी और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए हैं लेकिन इंडिया गठबंधन के तहत आने वाले दलों के मुख्यमंत्रियों ने इस बैठक का बहिष्कार किया है। वहीं बैठक में पहुंची ममता बनर्जी बीच में ही छोड़कर बाहर आईं तो उन्होंने कहा कि फंड की मांग के दौरान ही उनका माइक बंद कर दिया गया।

ममता बोलीं- मेरा माइक बंद कर दिया

नीति आयोग की बैठक से वॉक आउट करने के बाद बाहर आईं ममता बनर्जी ने कहा कि बैठक में विपक्ष की ओर से सिर्फ मैं शामिल हुई थी। बीजेपी के मुख्यमंत्रियों को बोलने के लिए 15 मिनट का समय दिया गया, जबकि मुझे 5 मिनट ही मिले। ममता ने कहा कि जब मैं पश्चिम बंगाल के मुद्दे पर बोल रही थी, तब मेरा माइक बंद कर दिया गया। मुझे अपनी पूरी बात नहीं रखने दी गई।

INDIA गठबंधन ने किया है बहिष्कार

ममता बनर्जी ने सवाल उठाया कि क्या राज्य के मुद्दों को रखना गलत है। यहां मेरा और पश्चिम बंगाल के लोगों का अपमान किया गया है। बता दें कि नीति आयोग की इस बैठक में I.N.D.I.A ब्लॉक के 7 राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल नहीं हुए हैं। इमें तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन से लेकर कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया, तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्‌डी, हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और केरल के सीएम पिनराई विजयन, झारखंड के हेमंत सोरेन और पंजाब के भगवंत मान का नाम शामिल है। बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल जेल में बंद हैं।

गौरतलब है कि इस बैठक में शामिल होने से एक दिन पहले शुक्रवार को कहा था कि इन नेताओं की आवाज को एक साझा मंच पर उठाया जाना चाहिए। इसके साथ ममता ने मांग की कि नीति आयोग को खत्म कर देना चाहिए और फिर से योजना आयोग को फिर से बहाल किया जाना चाहिए, जो कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का आइडिया था।