Pragya Thakur Malegaon Blast: महाराष्ट्र के मालेगांव ब्लास्ट केस में पिछले हफ्ते NIA की कोर्ट ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया है। इसके बाद सियासी पारा चढ़ा हुआ है। इस बीच मामले में बरी हुई बीजेपी नेता और पूर्व लोकसभा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने बड़ा खुलासा किया है। प्रज्ञा ठाकुर ने उन नामों का जिक्र किया है, जिन्हें मालेगांव ब्लास्ट मामले में जांच के दौरान जबरदस्ती लेने के लिए मजबूर किया था। साध्वी प्रज्ञा ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम भी शामिल हैं।
दरअसल, पूर्व बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने आरोप लगाया कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और अन्य का नाम लेने के लिए मजबूर किया गया और प्रताड़ित किया गया था। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने कहा था कि अगर वे ये नाम बोल देंगी तो उनकी पिटाई और प्रताड़ना खत्म हो जाएगी।
लिखित में दे दिए सारे नाम- साध्वी प्रज्ञा ठाकुर
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि मैंने सब कुछ लिखित में दे दिया है और उन सभी लोगों के नाम भी बता दिए हैं जिनके नाम मुझे बताने के लिए मजबूर किया गया था। वे कहते रहे, ‘इन लोगों के नाम बताओ, तो हम तुम्हें नहीं मारेंगे। उनका मुख्य उद्देश्य मुझे प्रताड़ित करना था।’ प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि जांच के दौरान उन्हें उम्मीद से कहीं ज्यादा प्रताड़ित किया गया था।
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UPA सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने उस वक्त की यूपीए सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाए कि इस पूरे झूठे मामले के पीछे केवल और केवल कांग्रेस है। उन्होंने कहा कि ये पूरा केस कांग्रेस भगवा और सशस्त्र बलों को बदनाम करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा है।
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कांग्रेस को बताया धर्म विरोधी
कोर्ट के फैसले को साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने धर्म की जीत बताते हुए कहा, “कांग्रेस ने अपनी साजिश के तहत यह झूठा मामला दर्ज कराया। इसका कोई आधार नहीं था। कांग्रेस धर्म विरोधी है। यह आतंकवादियों को पालने वाली पार्टी है। कांग्रेस कभी राष्ट्रवादी पार्टी नहीं बन सकती।” उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें उचित चिकित्सा देखभाल नहीं दी गई, केवल इतना ही दिया गया कि मैं किसी तरह जीवित रह सकूं।
साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि उनके साथ जो शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना की गई थी, उसी का नतीजा है कि आज उनकी स्थिति बेहद कमजोर हैं। बता दें कि महाराष्ट्र के मालेगांव में हुए ब्लास्ट के लिए NIA की कोर्ट ने प्रज्ञा ठाकुर और लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित सहित सभी सात आरोपियों को बरी कर दिया था।
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