महाराष्ट्र में सियासी घटनाक्रम चालू है और अबकी बार एनसीपी को बड़ा झटका लगा है। विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे अजित पवार ने राज्य के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली और NDA में शामिल हो गए। उनके साथ 8 एनसीपी विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। ये सभी नेता एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के करीबी माने जाते हैं। वहीं इस पूरे घटनाक्रम के बाद महाराष्ट्र एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल ने स्पीकर राहुल नार्वेकर के समक्ष एक याचिका दाखिल की है और सभी शपथ लेने वाले बागी नेताओं को अयोग्य घोषित करने की मांग की है।

राहुल नार्वेकर के पास शिवसेना के 16 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने की याचिका

राहुल नार्वेकर एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि इनके पास पहले से ही उद्धव गुट की ओर से दायर एक याचिका पड़ी है, जिसमे शिवसेना के 16 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट ने राहुल नार्वेकर को इसपर फैसला लेने को कहा है लेकिन एक महीने से अधिक का समय बीत चुका है और अभी तक स्पीकर ने कोई फैसला नहीं लिया है।

उद्धव सेना, कांग्रेस और एनसीपी सहित विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन ने आरोप लगाया है कि राहुल नार्वेकर सीएम एकनाथ शिंदे और उनके विधायकों को सुरक्षा दे रहे हैं।

जबकि सुप्रीम कोर्ट का फैसला शिवसेना के 16 बागी विधायकों तक ही सीमित था वहीं राहुल नार्वेकर ने कहा है कि वह अविभाजित शिवसेना के 54 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता की याचिकाओं पर सुनवाई कर रहे हैं, जो जुलाई 2022 में दोनों गुटों द्वारा एक दूसरे के खिलाफ दायर की गई थीं। वहीं विपक्ष ने आरोप लगाया कि यह देरी करने की एक और रणनीति है।

राहुल नार्वेकर ने एनसीपी की याचिका पर कहा कि हम उचित कार्रवाई करेंगे। वहीं जब स्पीकर से सवाल किया गया कि अजित पवार के साथ कितने विधायकों का समर्थन है तो इसपर उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

46 वर्षीय राहुल नार्वेकर पहली बार विधायक बने हैं और जैसे ही बीजेपी ने एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, उसके बाद राहुल नार्वेकर को पार्टी ने स्पीकर बना दिया था।