Maharashtra Politics: शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ अपनी मुलाकात की अफवाहों का खंडन किया। पार्टी के भीतर आंतरिक कलह को लेकर चल रही अटकलों के बीच उन्होंने पार्टी नेता शरद पवार के प्रति वफादार बने रहने की अपनी प्रतिबद्धता का भी संकेत दिया।
मीडिया कर्मियों ने रविवार को जब उनसे पूछा कि क्या वह कल अमित शाह से मिले थे? इस सवाल के जवाब में पाटिल ने कहा, ‘आपको यह किसने बताया? (कि मैं अमित शाह से मिला) आपको उन लोगों से पूछना चाहिए जो यह सब कह रहे हैं। कल शाम मैं शरद पवार के आवास पर था… मैं किसी से नहीं मिला हूं।’
मीडिया में ऐसी खबरें थीं कि पाटिल ने पुणे दौरे के दौरान शाह से मुलाकात की थी। सूत्रों ने कहा कि बैठक रविवार सुबह हुई और कथित तौर पर बैठक में कुछ मुद्दों को लेकर चर्चा हुई। उनकी मुलाकात के कुछ देर बाद ही उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तेज हो गईं। रिपोर्ट्स यह भी बताती हैं कि अजित पवार एनसीपी नेता और बीजेपी के बीच बातचीत में मध्यस्थ की भूमिका में रहे हैं।
भाजपा ने 2024 में आगामी लोकसभा चुनावों के लिए अपनी तैयारी तेज कर दी। अमित शाह ने शनिवार को 4 लोकसभा सीटों- पुणे, बारामती, शिरूर और मावल के लिए पुणे जिलों के नेताओं के साथ बैठक की थी। रविवार को अजित पवार का मंच पर स्वागत करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “दादा उपमुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार आए हैं और मैं उनके साथ मंच पर पहली बार कार्यक्रम कर रहा हूं। मैं उनसे कहना चाहूंगा, दादा आप बहुत समय बाद आप सही जगह बैठे हैं। यह जगह सही थी, लेकिन आपने बहुत देर कर दी।”
अजित पवार 2 जुलाई को NDA में शामिल हो गए थे
बता दें, चाचा शरद पवार के खिलाफ बगावत का नेतृत्व करने के बाद अजित पवार 2 जुलाई को एनडीए सरकार में शामिल हो गए थे। बाद में अजीत पवार को उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया गया और 8 अन्य एनसीपी विधायकों ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी।