Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में जारी सियासत के बीच रविवार को एक बड़ा घटनाक्रम उस वक्त देखने को मिला, जब शरद पवार के भतीजे और एनसीपी के कद्दावर नेता अजित पवार एकनाथ शिंदे-फडणवीस सरकार में शामिल हो गए। अजित पवार के साथ आठ विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। वहीं अजित पवार को राज्य का डिप्टी सीएम बनाया गया। कांग्रेस और शरद पवार ने अजित पवार के इस कदम की कड़ी आलोचना की है। साथ ही केंद्र की बीजेपी सरकार पर भी निशाना साधा।

शरद पवार ने ने कहा है कि जो हुआ यह मेरे लिए नया नहीं है। पहले भी ऐसी बगावत हो चुका हूं। जब लोगों ने मुझे छोड़ दिया था, मेरे पास केवल पांच विधायक बचे थे। पवार ने कहा कि जो लोग चले गए हैं उनमें से कुछ ने पार्टी के सिद्धांतों के खिलाफ ऐसा किया है। मैं फिर से पार्टी खड़ी करके दिखाऊंगा।

एनसीपी चीफ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने दो दिन पहले राकांपा पर हमला करते हुए उसे भ्रष्ट बताया था। आज हमारे कुछ एनसीपी विधायकों को कैबिनेट में लेकर उन्होंने दिखा दिया है कि आरोप पूरी तरह झूठे थे। मैं इसके लिए भाजपा को धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में लोगों को पता चल जाएगा कि इन एनसीपी नेताओं ने हाथ क्यों मिलाया है।

अजित पवार के अलावा आठ एनसीपी विधायकों ने आज महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने की शपथ ली। इन विधायकों में छगन चंद्रकांत भुजबल जो नासिक के येवला सीट से विधायक हैं। दिलिप राव वलसेपाटिल जो अंबेगाव से विधायक हैं। हसन मियांलाल मुशरिफ जो कोल्हापुर की कागल सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। धनंजय पंडितराव मुंडे जो बीड की परली सीट से विधायक हैं। धर्माराव बाबा भगवंतरंव आत्राम, गड़चिरोली की अहेरी सीट से विधायक हैं। अदिति वरदा सुनीत तटकरे जो श्रीवर्धन सीट से विधायक हैं। संजय शंकुलता बाबूराव बनसोड़े जो लातूर की उदगीर सीट का प्रतिनिधित्व करते है। जबकि अनिल भाईदास पाटिल, जलगांव की अमलनेर सीट से विधायक हैं।

‘महाराष्ट्र को बीजेपी के चंगुल से मुक्त करेगी कांग्रेस’

कांग्रेस की तरफ से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बीजेपी पर निशाना साधा। जयराम रमेश ने कहा, ‘यह साफ है कि BJP की वॉशिंग मशीन ने अपना काम फिर से शुरू कर दिया है। आज महाराष्ट्र में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल हुए नेताओं में से कई पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे। ED, CBI और इनकम टैक्स के अधिकारी उनके पीछे पड़े थे। अब उन सभी को क्लीन चिट मिल गई है। उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र को BJP के चंगुल से मुक्त कराने के लिए कांग्रेस अपनी कोशिशें और तेज़ करेगी।’

महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि आज भी हम विपक्ष में हैं। कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) का गठबंधन अभी भी जारी है। NCP में शरद पवार के साथ कितने लोग हैं, इस बारे में हमें जानकारी नहीं है। अब शरद पवार को तय करना है कि उनके साथ जितने विधायक हैं, वे क्या चाहते है….हमारा गठबंधन जारी है।’

सांसद संजय राउत ने कहा कि यह बदलाव नहीं बल्कि बदले का दौर है। एकनाथ शिंदे का चेहरा आपने देखा? अजीत पवार का कैबिनेट में प्रवेश होने का मतलब है एकनाथ शिंदे जा रहे हैं। अब एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे।

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि NCP का एक बड़ा तबका NDA में शामिल हुआ है। NCP के 53 विधायक थे, अगर 37 से ज़्यादा विधायक अजीत पवार के साथ जाते हैं तो दल-बदल कानून से वे बच सकते हैं और अगर अजीत पवार के पास 35 से कम विधायक रह जाएंगे तो उनका निलंबन होना तय है। जो शिवसेना के समय हुआ था वहीं होगा लेकिन यह आंकड़ा कल तक सामने आएगा, जैसा कि शरद पवार ने बताया कि उन्हें कई विधायकों ने फोन पर बताया है कि उनसे झांसा देकर दस्तखत करवाए गए हैं।

महाराष्ट्र NCP अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि हमारी पार्टी के कुछ नेता MLA अब वहां जाकर शपथ लिया और अब वे मंत्री हो गए हैं। यह हमारी नीति नहीं थी। महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना और NCP का जो गठबंधन है हमारी नीति उसमें रहने की है। जो लोग गए हैं उन्होंने पार्टी के खिलाफ निर्णय लिया है। 5 जुलाई को शरद पवार के नेतृत्व में महाराष्ट्र जिले के सभी कार्यकर्ता और नेती की बैठक होगी।

जयंत पाटिल ने आगे कहा कि हमारे जो मुख्य सचेतक थे वे भी वहां जाकर मंत्री हो गए हैं। उनकी जगह हमने जितेंद्र आव्हाड को मुख्य सचेतक नियुक्त करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि शरद पवार ने अपनी भूमिका स्पष्ट की है, उनकी भूमिका पर कोई शक नहीं है। कानूनी रूप से जो भी आवश्यक कदम हैं वो उठाए जाएंगे। हमारा उन पर(अजीत पवार) विश्वास था कि वे ऐसा नहीं करेंगे। इसमें किसी तरह की पूछताछ या भनक लगने की बात नहीं थी। सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्णय दिया है उसमें लिखा है कि पार्टी अपने स्थान पर रहती है, लेकिन विधायक आते जाते रहते हैं।

महाराष्ट्र की NDA सरकार में शामिल होने के फैसले पर NCP के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल पटेल ने कहा कि हमारे नेता शरद पवार ने जो भी कहा है मैं उसपर कोई भी टिप्पणी नहीं करूंगा। वे हमारे लिए सम्माननीय हैं और हमेशा रहेंगे। जैसा अजित पवार ने कहा कि हमने जो भी फैसला लिया है वो पार्टी के तौर पर लिया है, सामूहिक निर्णय लिया है। किसी पर कोई दबाव नहीं है।

आदित्य ठाकरे ने जानिए क्या कहा?

शिवसेना (UBT) नेता और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा कि जो इंजन पहले ही दो बार फेल हो चुका था, उसे एक और पहिये की आवश्यकता थी. लेकिन मंत्री पद का सपना देख रहे बगावत करने वालों को 1 साल बाद भी क्या मिला? गुवाहाटी हो, रायगढ़ हो, नासिक हो, जलगांव हो… जिन्होंने बगावत की वह कह रहे थे उन्हें स्थानीय NCP नेताओं के कारण परेशानी हो रही है, अब जब उन्हीं NCP नेताओं को मंत्री पद मिलेगा, तो बगावत करने वालों का क्या होगा?

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि महाराष्ट्र में जो हो रहा है, पहले बीजेपी की प्रयोगशाला मध्य प्रदेश थी, जो कि अब महाराष्ट्र बन गई है। चुनाव आते आते देखना बीजेपी कितने नए प्रयोग करेगी, भले पीडीए को कहीं स्थान न मिले लेकिन बीजेपी को हर स्थान चाहिए।