मनोज दत्तात्रेय मोरे

Maharashtra NCP Politics: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को बड़ा फैसला लिया। शरद ने अपनी बेटी सुप्रिया सुले और पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल को NCP का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। शरद पवार के इस फैसले के बाद एनसीपी और अजित पवार के भविष्य को लेकर कई तरह के कयास लगाए जाने लगे। राजनीतिक हल्कों में यह भी चर्चा है कि शरद पवार ने अजित पवार को कार्यकारी अध्यक्ष न बनाकर बड़ा झटका दिया है।

इन सबके बीच कांग्रेस और शिवसेना (UBT) जो महाराष्ट्र में एनसीपी के साथ गठबंधन में हैं। इन दोनों पार्टियों ने सुप्रिया सुले को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने के शरद पवार के कदम का स्वागत किया है। हालांकि, शरद पवार का यह फैसला भाजपा को रास नहीं आया है। बीजेपी ने कहा कि शरद पवार ने अजित पवार को दरकिनार करने की कोशिश की है।

राकांपा के प्रदेश प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा, ‘पूरी पार्टी इस कदम का स्वागत करती है। प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले दोनों एनसीपी के स्तंभ हैं। राष्ट्रीय स्तर पर उनकी नियुक्तियों से पार्टी में नई ऊर्जा का संचार होगा।

राकांपा एकजुट है: होल्कर

एनसीपी की बारामती इकाई के अध्यक्ष संभाजीराव होल्कर ने कहा, ‘सुप्रिया सुले की नियुक्ति का राष्ट्रीय राजनीति से बहुत कुछ लेना-देना है, न कि राज्य की राजनीति से। उन्होंने कहा, ‘जो लोग राकांपा में दरार की बात कर रहे हैं उनके पास और कोई काम नहीं है। मैं विरोधियों को बताना चाहता हूं कि राकांपा अब उसी तरह एकजुट है जैसे अतीत में थी।’ होल्कर ने कहा कि सुले की नियुक्ति से राकांपा प्रमुख का कार्यभार कम होगा।

उन्होंने कहा, “सुप्रियाताई के देश भर में विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं के साथ अच्छे संपर्क हैं। यह निश्चित रूप से हमारे पार्टी प्रमुख को विपक्षी नेताओं को एक साझा मंच पर लाने और 2024 के चुनावों में एकजुट मोर्चा बनाने में मदद करेगा।”

पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, ‘नियुक्तियां एनसीपी प्रमुख द्वारा की जाती हैं और यह पार्टी का आंतरिक मामला है। मैं उनके आंतरिक मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। मैंने पहले ही एनसीपी को इसके लिए अपनी शुभकामनाएं दे चुका हूं।

संजय राउत बोले- शरद पवार का यह उचित कदम

शिवसेना (यूबीटी) के नेता और सांसद संजय राउत ने द संडे एक्सप्रेस से कहा, ‘सुप्रिया सुले की नियुक्ति पार्टी का आंतरिक मामला है, लेकिन मैं कहूंगा कि यह राकांपा प्रमुख का उचित कदम है। यह पार्टी को और मजबूत करेगा।’ राउत ने कहा कि उन्हें भरोसा नहीं बै कि अजित पवार का कद छोटा किया गया है। उन्होंने कहा कि अजीत पवार विपक्ष के नेता के साथ-साथ राज्य विधायक दल के नेता के रूप में महत्वपूर्ण पदों पर हैं। मैं इसे उन्हें दरकिनार करने के प्रयास के रूप में नहीं देखता हूं।

बीजेपी बोली- अजित पवार को दरकिनार कर रही NCP

इस बीच, भाजपा ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार द्वारा अपनी बेटी को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने के कदम की आलोचना की है। नांदेड़ में पत्रकारों से बात करते हुए राज्य भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, ‘सुले के बजाय, अजित पवार और छगन भुजबल को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे की तरह जो हमेशा आदित्य ठाकरे का समर्थन करते हैं। पवार भी महत्वपूर्ण पदों पर सुप्रिया सुले को चाहते हैं। अजीत पवार के साथ अन्याय हुआ है।’

बीजेपी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा, “हम सभी एकजुट हैं। विपक्ष के नेता के रूप में अजीत पवार की बड़ी जिम्मेदारी है।”