Maharashtra Local Body Polls: महाराष्ट्र के स्थानीय निकायों में सत्ताधारी महायुति गठबंधन ने बड़ी जीत हासिल की है। जिसमें भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। महाराष्ट्र नगर परिषद और पंचायत की 288 सीटों के नतीजे घोषित हो चुके हैं। जिनमें से भाजपा ने 129 सीटें जीती हैं। विपक्षी कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने लगभग हार स्वीकार कर ली है और महायुति की जीत में चुनाव आयोग की भूमिका बताई है।
कांग्रेस ने भाजपा के सहयोगियों को भी चेतावनी दी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्ष वर्धन सपकाल ने कहा कि भाजपा की सफलता एकनाथ शिंदे और अजित पवार के लिए एक चेतावनी है। उन्होंने कहा कि भाजपा इन दोनों सहयोगियों कोई ज्यादा महत्व नहीं देती है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि हमें खुशी है कि हम मोदीजी की सकारात्मकता और हमारे नेताओं अमित शाहजी, नड्डाजी और नवीनजी द्वारा हम पर दिखाए गए विश्वास को पूरा करने में सक्षम रहे। उन्होंने कहा कि पहली बार मैंने किसी नेता या पार्टी की आलोचना नहीं की, किसी पर आरोप नहीं लगाए, बल्कि अपनी योजनाओं को समझाया। मैंने पूरी तरह सकारात्मक प्रचार किया। इसका फायदा मिला। लोगों ने इसे स्वीकार किया।
राज्य की 264 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के लिए लगभग एक दशक बाद 2 दिसंबर को मतदान हुआ था। 20 दिसंबर को लगभग 20 से अधिक नगर परिषदों और नगर पंचायतों के लिए चुनाव हुए। मतगणना आज सुबह 10 बजे शुरू हुई।
यह भी पढ़ें- ‘मुसलमानों को यह समझना चाहिए…’, RSS प्रमुख मोहन भागवत बोले- फिर से बाबरी मस्जिद बनाकर झगड़े को…
महाराष्ट्र में कृषि संकट, महिलाओं के लिए सरकार की प्रमुख कल्याणकारी योजना के आंशिक भुगतान और किसानों द्वारा वित्तीय सहायता की कमी की शिकायतों को देखते हुए, विपक्ष से कड़ा मुकाबला करने की उम्मीद थी। एक संक्षिप्त बयान में सपकाल ने राज्य चुनाव आयोग को चुनावों में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन की “मदद” करने के लिए “बधाई” दी।
शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता अंबदास दानवे ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि महा विकास अघाड़ी के घटक दलों की तुलना में महायुति ने अधिक सीटें हासिल की हैं, जिसका श्रेय सत्ताधारी दलों द्वारा इस्तेमाल किए गए बाहुबल और धनबल को जाता है।
यह भी पढ़ें- सीएम नीतीश कुमार दिल्ली क्यों आए हैं? बिहार की राजनीति में बढ़ी हलचल
