महाराष्ट्र में सरकार गठन पर फिलहाल BJP और सहयोगी दल Shivsena में रार की स्थिति है। सूबे के विस चुनाव में 105 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनने के बाद भी बीजेपी फेल हो गई। रविवार को वह संख्या के अभाव में बहुमत साबित न कर सकी, जबकि सोमवार को दूसरी सबसे बड़े दल यानी कि शिवसेना (56 सीट) भी बहुमत साबित करने से चूक गई। हालांकि, डेडलाइन पूरी होने से पहले शिवसेना नेताओं ने दो दिन का और वक्त मांगा पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मना कर दिया।

राज्यपाल ने इसके बाद शरद पवार की NCP (इस चुनाव में तीसरा सबसे बड़ा दल बनी) को बहुमत साबित करने के लिए मंगलवार शाम आठ बजे तक का वक्त दिया है। एक तरह से कहें तो अब पूरा दारोमदार गवर्नर पर ही है। इसी बीच, बीजेपी ने बैठक कर एक फैसला लिया।

पार्टी नेता सुधीर मंगटिवार ने इस बारे में समाचार एजेंसी ANI को बताया, “बीजेपी कोर टीम की बैठक हो चुकी है। हमने इस दौरान सूबे में मौजूदा सियासी स्थिति पर चर्चा की। पार्टी ने इसी आधार पर निर्णय किया है कि हम ‘वेट एंड वॉच’ की स्थिति में रहेंगे।”

इसी बीच, NCP के अजित पवार और छगन भुजबल समेत NCP के कई नेता मुंबई के राज भवन में अन्य पार्टी नेताओं के साथ राज्यपाल से मिले। महाराष्ट्र के राज्यपाल ने कहा- कल एकनाथ शिंदे को उनकी इच्छा और सरकार बनाने के लिए उपलब्ध क्षमता जानने के लिए बुलाया गया था। हालांकि, उन्होंने समर्थन देने वाली पार्टियों के इससे संबंधित पत्र नहीं जमा कराए।

उधर, कांग्रेस कोर कमेटी की भी बैठक महाराष्ट्र के मौजूदा राजनीतिक हाल पर चर्चा के लिए मंगलवार को होगी। यह मीटिंग पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में होगी।