3

महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए 4,140 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इनमें से 12 सीटें ऐसी हैं, जहां उम्मीदवारों के बीच रोमांचक मुकाबला होने की उम्मीद की जा रही है। इनमें पवार परिवार के गढ़ बारामती की सीट भी शामिल है, जहां परिवार के सदस्यों में ही मुकाबला है। वहीं, मुंबई की मुंबादेवी, वर्ली और माहिम सीटों पर बड़े नेताओं के बीच मुकाबला है। शिवसेना ने वर्सोवा में मुसलिम उम्मीदवार उतारकर मुकाबले को रोमांचक बना दिया है। इसके अलावा पोकरी-पचपखड़ी, मानखुर्द शिवाजीनगर, बांद्रा ईस्ट, अणुशक्ति नगर, मुंबादेवी, मीरा भाईंदर और गढ़चिरौली की अहेरी सीट की रोचक मानी जा रही है।

अजित पवार और उनके भतीजे के बीच है कांटे की टक्कर

पुणे शहर में आने वाली बारामती विधानसभा सीट पर दिलचस्प मुकाबले की उम्मीद है। यहां से प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख अजित पवार चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने महाविकास अघाड़ी (एमवीए) ने राकांपा (शरद गुट) से अजित पवार के भतीजे युगेंद्र पवार को ही उम्मीदवार बना दिया है। यानी यहां चाचा-भतीजे के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा। युगेंद्र, शरद पवार के पौत्र और अजित पवार के भाई श्रीनिवास पवार के बेटे हैं। यहां चार महीने पहले ही लोकसभा चुनाव में यहां ननद-भाभी के बीच मुकाबला देखने को मिला था। अजित की पत्नी सुनेत्रा पवार को उनकी ननद और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने सीधे मुकाबले में हरा दिया था।

पढ़ें दिनभर की सभी बड़ी खबरें-

ठाणे शहर में आने वाली पोकरी-पचपखड़ी विधानसभा सीट पर होने वाले मुकाबले पर हर किसी की निगाह रहेगी। इस सीट पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने शिवसेना उद्धव गुट ने मुख्यमंत्री शिंदे के राजनीतिक गुरु आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे को उम्मीदवार बनाया है। इसकी वजह से यहां का मुकाबला और रोमांचक हो गया है।

आदित्य ठाकरे की राह कठिन

मुंबई की वर्ली सीट से उद्धव ठाकरे के बेटे और शिवसेना (उद्धव) के नेता आदित्य ठाकरे चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने महायुति ने शिवसेना के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद मिलिंद देवड़ा को चुनावी मैदान में उतारा है। वर्ली विधानसभा सीट लंबे समय से शिवसेना का गढ़ रही है। 2019 के विधानसभा चुनाव में आदित्य ठाकरे ने 65 फीसद मत लेकर जीते थे।

एक नारे ने बदल दिया देश का सियासी मिजाज, CM योगी का बयान हरियाणा चुनाव में साबित हुआ था असरदार

मानखुर्द शिवाजीनगर विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी की तरफ से अबु आजमी, राकांपा अजित पवार की ओर से नवाब मलिक और शिवसेना की तरफ से सुरेश पाटील शिवसेना के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।

राज ठाकरे की प्रतिष्ठा दांव पर

मुंबई की माहिम विधानसभा सीट पर भी जोरदार मुकाबला देखने को मिल सकता है। यहां मुख्यमंत्री शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने मौजूदा विधायक सदा सर्वणकर को टिकट दिया है। उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना ने महेश सावंत को उम्मीदवार बनाया हैं। वहीं, महाराष्ट नवनिर्माण सेना (मनसे) की करें तो पार्टी ने अध्यक्ष राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे पर यहां से मैदान में उतारा है। अमित माहिम से अपने राजनीतिक करिअर की शुरुआत कर रहे हैं।

पार्टी से बगावत पर BJP सख्त, महाराष्ट्र में 40 नेताओं को किया बाहर, यहां पढ़ें पूरी लिस्ट

बांद्रा ईस्ट विधानसभा सीट से राकांपा नेता रहे दिवंगत बाबा सिद्दीकी के बेटे और हाल ही में कांग्रेस से अजित पवार गुट में शामिल हुए जीशान सिद्दीकी को टिकट दिया है। पिछली बार जीशान यहां से कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवार थे। उन्होंने यहां से जीत भी दर्ज की थी। वहीं, इस बार भी वे यहीं से उम्मीदवार हैं बस दल अलग है। जीशान सिद्दीकी के सामने एमवीए ने शिवसेना (उद्धव) के वरुण देसाई को टिकट दिया है। 31 वर्षीय देसाई आदित्य ठाकरे की मौसी के बेटे हैं।

स्वरा भास्कर के पति फहाद मैदान में

अणुशक्ति नगर सीट पर राकांपा अजित पवार की तरफ से सना मलिक, राकांपा शरद पवार गुट की और से फहाद अहमद चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि यहां से शिवसेना शिंदे गुट के उम्मीदवार अविनाश राणे ने अपना नामांकन वापस ले लिया है।

किसानों को आर्थिक मदद, 25 लाख नौकरियां… महाराष्ट्र में महायुति का घोषणा पत्र

मुंबादेवी विधानसभा क्षेत्र से पेशे से फैशन डिजाइनर और मुंबई के ग्लैमर की दुनिया की चर्चित हस्ती शाइना एनसी शिंदे सेना के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं। शाइना के सामने कांग्रेस के उम्मीदवार अमीन पटेल हैं। पटेल इस सीट से तीन बार के विधायक हैं। मीरा भाईंदर विधानसभा सीट से महायुति से भाजपा के नरेंद्र मेहता, महाविकास आघाड़ी से कांग्रेस के मुजफ्फर हुसैन, मनसे से संदीप राणे और बसपा से कालीचरण हरिजन चुनावी मैदान में है। इसके अलावा इस सीट पर विभिन्न पार्टियों के छह बागी भी चुनाव लड़ रहे हैं।

नक्सल प्रभावित इलाके में बाप-बेटी आमने सामने

नक्सलवाद प्रभावित गढ़चिरौली जिले की आदिवासी बहुल अहेरी सीट का चुनावी मुकाबला पिता और बेटी के बीच होना है। इस चुनाव में कैबिनेट मंत्री धर्मराव आत्राम को राकांपा की ओर से उतारा गया है, जबकि उनकी बेटी भाग्यश्री आत्राम को राकांपा शरद गुट ने टिकट दिया है। इस सीट पर शाही आत्राम परिवार का ही दबदबा रहा है। इसी सीट से तत्कालीन कांग्रेस विधायक को नक्सलियों ने बंधक बना लिया था और 17 दिन तक अपनी कैद में रखा था।