महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। महायुति गठबंधन ने महाविकास आघाड़ी को धूल चटा दी है। महायुति गठबंधन को महाराष्ट्र में 234 सीटों पर जीत मिली है जबकि महाविकास आघाड़ी को केवल 50 सीटों पर जीत मिली है। महायुती में शामिल बीजेपी को 132, शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीटों पर जीत मिली है। इसमें सबसे अहम अजित पवार की जीत है, जिन्होंने अपने चाचा और एनसीपी (SP) को करारी शिकस्त दी।
अजित दादा चाचा पर पड़े भारी
एनसीपी ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की है और उसका स्ट्राइक रेट भी शानदार 71 फीसदी रहा है। बता दें कि 35 सीटों पर अजित पवार की एनसीपी का मुकाबला शरद पवार की एनसीपी से था। इसमें से 29 सीटों पर अजित पवार की एनसीपी ने जीत दर्ज की जबकि महज 6 सीट पर शरद पवार की एनसीपी ने जीत दर्ज की। बता दें कि एनसीपी (शरद पवार) ने 86 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे। ऐसे में अब असली एनसीपी पर अजित पवार का दावा और मजबूत हो गया है।
शिंदे ने उद्धव के खिलाफ दर्ज की जीत
वहीं इस चुनाव में असली शिवसेना का भी फैसला हो गया शिवसेना (शिंदे गुट) ने 81 सीट पर चुनाव लड़कर 57 सीट जीतीं। 50 सीटों पर शिंदे और उद्धव गुट के उम्मीदवार आमने सामने थे। इसमें से 36 पर शिंदे सेना और 14 सीटों पर उद्धव सेना ने जीत दर्ज की थी। शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना का मत प्रतिशत 12.38 रहा, इसकी तुलना में शिवसेना (यूबीटी) का मत प्रतिशत 9.96 रहा।
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महायुती की जीत में महिला फैक्टर
महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की बड़ी जीत में महिलाओं का प्रमुख योगदान है। अगर हम महाराष्ट्र के नतीजे का विश्लेषण करें तो यह साफ नजर आ रहा है कि जिन विधानसभा सीटों पर महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत औसत वोटिंग प्रतिशत से अधिक था, वहां पर भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की। जिन इलाकों में महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत पुरुषों के वोटिंग प्रतिशत से अधिक था, वहां की 80 फीसदी से अधिक सीटें महायुति गठबंधन की झोली में गईं।
महायुति गठबंधन ने उन 15 सीटों में से 10 सीटें जीतीं जहां महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में अधिक मतदान किया और 44 सीटों में से 34 सीटें जीतीं जहां महिला मतदाताओं की हिस्सेदारी 49 प्रतिशत से अधिक थी। जिन सीटों पर महिला मतदाताओं की संख्या राज्य के औसत 47.82 प्रतिशत से अधिक थी, वहां महायुति गठबंधन ने राज्य भर की 134 सीटों में से 83.6 प्रतिशत सीटें जीतीं।
