महाराष्ट्र में सरकार गठन पर महासंग्राम के बीच मंगलवार दोपहर डिप्टी सीएम अजित पवार ने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को त्याग पत्र सौंपा। महाराष्ट्र में वह इस इस्तीफे के बाद महज 78 घंटों के लिए उप-मुख्यमंत्री रहे। NCP चीफ शरद पवार के भतीजे अजित ने शनिवार सुबह आठ बजे डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी, जबकि आज दोपहर दो बजे उन्होंने उप-मुख्यमंत्री की गद्दी छोड़ दी।

दरअसल, फडणवीस के साथ जाने पर अजित को एनसीपी विधायक दल के नेता पद से हटा दिया था। हालांकि, चहुंओर आलोचना पर परिवार उन्हें मनाने में जुटा। सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि चाचा शरद ने अजित से कहा था, “हमने तुम्हें माफ किया, अब वापस आ जाओ।”

वहीं, शिवसेना के फायरब्रांड नेता संजय राउत बोले हैं कि अजित दादा ने इस्तीफा दे दिया और वह हमारे साथ हैं। उद्धव ठाकरे ही शिवसेना की ओर से पूरे पांच साल के लिए महाराष्ट्र सीएम होंगे।

Maharashtra Govt Floor Test LIVE Updates

उधर, NCP नेता जयंत पाटिल ने पत्रकारों को इस बारे में बताया, “मुझे आप लोगों से अजित पवार के इस्तीफे के बारे में पता चल रहा है कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। मुझे इस बारे में नहीं मालूम है, इसलिए मैं इस मुद्दे पर सब कुछ जानने के बाद ही बोलूंगा।”

बता दें कि महाराष्ट्र में फडणवीस और अजित पवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शनिवार सुबह क्रमशः सीएम और डिप्टी सीएम पद की शपथ दिलाई थी। शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने इसी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी थी।

सुप्रीम कोर्ट ने आज उसी याचिका पर फैसला सुनाते हुए निर्देश दिया कि सीएम फडणवीस बुधवार को विधानसभा में बहुमत साबित करें।

जस्टिस एन वी रमण, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस संजीव खन्ना की तीन सदस्यों वाली खंडपीठ बोली कि विधायकों की खरीद फरोख्त से बचने के लिये यह जरूरी है।

बेंच ने इसके अलावा राज्यपाल से कहा कि वह अस्थाई अध्यक्ष की नियुक्ति करें। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि सभी निर्वाचित प्रतिनिधि बुधवार को ही शपथ ग्रहण कर लें।